दो दिन जेल में रहने के बाद कन्हैया का हुआ मर्डर

घर के सामने बिक रही अवैध शराब बिकने का 18 साल के विकास उर्फ कन्हैया ने विरोध किया। इसलिए उसे मौत की सजा दे दी गई। शाम करीब 6:30 बजे सेक्टर-25 में भरे बाजार कुछ लड़कों ने चाकू और डंडों से उस पर हमला किया। इसके बाद इलाज के दौरान पीजीआई में उसकी मौत हो गई। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सेक्टर-11 थाना आरोपियों की पहचान हो चुकी है।
कन्हैया सेक्टर-25 में ही पिता तेजपाल, मां सुनीता और दो बहनों शालू व अमिषा के साथ रहता था। तेजपाल के भाई ओपी द्रविड़ ने बताया कि कन्हैया के घर के सामने अवैध शराब बिकती थी, जिसका वह विरोध करता था। कुछ दिन पहले ही कुछ लड़कों से झगड़ा और पथराव हुआ था। उस दौरान पुलिस तेजपाल को ही थाने ले गई थी और कन्हैया को ही गिरफ्तार किया था।
शांतिभंग में कन्हैया दो दिन बुड़ैल जेल में रहा था और पिछले हफ्ते ही छूटकर बाहर आया था। बुधवार को कन्हैया के दोस्त बंसल और हनी उसके पास आए। तीनों एक्टिवा पर बैठकर सब्जी लेने के लिए निकले थे। सब्जी लेने से पहले समोसे खाने रुके थे, तभी हमला हो गया।हमले के बाद कन्हैया का चचेरा भाई पंकज व एक अन्य उसे बाइक पर पीजीआई ले गए।