अन्तर्राष्ट्रीय

धार्मिक स्वतंत्रता के लिए सबसे गंभीर खतरा है आतंकवाद: डोनाल्ड ट्रंप

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि पूरे विश्व में धार्मिक स्वतंत्रता के लिए आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा है। ट्रंप ने अपने साप्ताहिक रेडियो और वेब संबोधन में कहा कि अमेरिका ने प्रारंभ से ही धार्मिक स्वतंत्रता को बढ़ावा दिया है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले बेहतर कल में हिंदुओं समेत सभी धार्मिक आस्था के लोग अपनी मर्जी से पूजा कर सकेंगे। उन्होंने पिछले लंबे समय से मुश्किल हालात का सामना कर रहे अमेरिकियों के लिए विशेष संदेश में कहा, ‘मैं आपको बताना चाहता हूं कि यह व्हाइट हाउस आपके लिए लड़ रहा है। हम पीछे छूट गए सभी अमेरिकियों के लिए संघर्ष कर रहे हैं।’
 राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि पवित्र सप्ताह पाम संडे की शुरुआत पर जब विश्व भर में ईसाई समुदाय के लोग जश्न मना रहे थे तो आईएसआईएस ने मिस्र में दो चर्चों पर हमला कर 45 लोगों की हत्या कर दी और 100 से भी ज्यादा लोगों को घायल कर दिया। उन्होंने इस अमानवीय हमले की निंदा करते हुए कहा, ‘हमें उन लोगों के लिए दुख है जिन्होंने अपनों को खोया है। हम ऐसे बेहतर कल के लिए शक्ति और बुद्धि की प्रार्थना करते हैं जिसमें ईसाई, मुस्लिम, यहूदी और हिंदू सभी धर्मों के अच्छे लोग अपने दिल की सुन सकें और अपनी अंतरात्मा के अनुसार पूजा कर सकें।’ 

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