नई दिल्ली से वाराणसी के बीच दौड़ेगी देश की पहली आधुनिक ट्रेन T-18, जानें खासियत
भारतीय रेलवे की स्वदेशी तकनीक से बनी पहली ट्रेन सेट टी 18 को दिल्ली से वाराणसी तक जोड़ने की चर्चा हो रही है। ये हमारे देश की पहली आधुनिक ट्रेन है। नए साल के साथ साथ इसकी भी शुरुआत हो जाएगी तथा यात्री नए साल से इससे सफर भी करने लगेंगे।
चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में 18 महीने में तैयार की गई ट्रेन सेट टी 18 को 16 नवंबर को जांच के लिए उत्तर रेलवे तथा रेलवे के अनुसंधान विकास एवं मानक संगठन को सौंप दिया गया है। पहले इस ट्रेन को दिल्ली से भोपाल तक चलाने की चर्चा हो रही थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है इस ट्रेन को भोपाल की बजाय वाराणसी से जोड़ने की बात सामने आ रही है। इसको शताब्दी के मॉडल पर ही बनाया गया है।
यह पूरी तरह से भारतीय तकनीक और डिजाइन पर बनाया गया है, इसमें कोचों की संख्या 16 होगी। इस ट्रेन को बनाने में पूरे सौ करोड़ रु की राशि लगी है। एक रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि भारतीय रेलवे के इतिहास में यह गाड़ी एक सीमा चिन्ह है। इस गाड़ी को तैयार करने में महज 9 महीने लगे हैं। खबर ये भी है कि इसे सम्पूर्ण रेल के तकनीकी सम्मेलनों में पेश किया जाना है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह स्वदेशी तकनीक से बनी पहली ट्रेन बुधवार को देश की राजधानी पहुंची। रेलमंत्रालय ने इसे दुनिया का सबसे सस्ता और आधुनिकतम ट्रेन सेट का नाम दिया है और साथ ही ये भी योजना बनाई है कि इस स्वदेशी ट्रेन को तकनीकी बाज़ार में पेश किया जाएगा। ये दावा भी किया है कि इस तरह का ट्रेन सेट इतने रुपए में नहीं तैयार किया जा सकता है।
आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार ये बात सामने आई है कि बहुत ही जल्द टी 18 का दूसरा रैक तैयार किया जाएगा और उसके बाद ये नियमित तौर पर हो जाएगा। इसमें प्रति कोच लगाने वाली राशि पांच करोड़ रु से भी कम होने वाली है।