व्यापार
नए साल से महंगी हो सकती है बैंकों की सर्विस
संभव है कि आप जब अगले साल बैंक से जुड़ी सुविधाएं लें तो उसके बदले में ज्यादा सेवाकर (सर्विस चार्ज) देना पड़े। बैंक जनवरी से लॉकर रखने, खातों के जरिए लेन-देन करने, लोन प्रॉसेसिंग फीस बढ़ाने की तैयारी में हैं।
खाते में न्यूनतम राशि न होने पर पेनाल्टी राशि भी बढ़ाई जा सकती है। खाता बंद करने पर लिया जाने वाला शुल्क भी बढ़ाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ने सर्विसेज चार्ज बढ़ाने का रोडमैप भी तैयार कर लिया है।
बैंकों के उच्चाधिकारियों का कहना है कि बैंकों को अपनी विस्तार योजना के लिए धन चाहिए। मैन पावर भी बढ़ानी होगी। इसके अलावा देश की अर्थव्यवस्था में जिस तरह की सुस्ती है उसके असर से ही बैंकों पर दबाव बढ़ रहा है। ऐसे ही अनेक कारण है कि उन्हें सर्विसेस चार्ज बढ़ाने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार न्यूनतम बैलेंस न होने पर 14 दिन के बाद और 6 महीने के भीतर कोई खाताधारक अपना खाता बंद करता है, तो उसे अब 500 से लेकर 1,000 रुपए तक चार्ज देना होगा। सूत्रों के अनुसार बैंक ऋण, होम, टू व्हीलर और कार लोन की प्रॉसेसिंग फीस बढ़ाने का सीधा असर ग्राहकों पर पड़ेगा।