![](https://dastaktimes.org/wp-content/uploads/2015/04/army-1428791904.jpg)
![army-1428791904](http://dastaktimes.org/wp-content/uploads/2015/04/army-1428791904.jpg)
इसमें प्लाटून कमांडर समेत सात पुलिसकर्मी शहीद हो गए और 12 अन्य पुलिसकर्मी घायल हैं। इस दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच करीब दो घंटे तक मुठभेड़ चली। नक्सली जवानों के हथियार भी लूट ले गए। नक्सलियों की संख्या 400 बताई गई है। वहीं, दूसरी घटना कोंडागांव थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत हंगुआ में हुई।
हालांकि इस मुठभेड़ में कोई हताहत नहीं हुआ है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हमले की सूचना के बाद मुख्यमंत्री रमन संह से बात की। उधर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के हमले नहीं रुकने पर दुख जताया है और शहीद जवानों के परिजन के प्रति संवेदना प्रकट की है।
छत्तीसगढ़ के नक्सल मामलों के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आरके विज ने बताया कि क्षेत्र में माओवादी गतिविधि की सूचना पर पोलमपल्ली थाना से एसटीएफ के दल को गश्त के लिए रवाना किया गया था। दल जब पिड़मल गांव के जंगल के करीब पहुंचा, तब माओवादियों ने पुलिस दल पर घात लगाकर हमला कर दिया।
पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की। कुछ देर तक मुठभेड़ के बाद माओवादी फरार हो गए। घटना की जानकारी पुलिस दल ने अपने उच्चाधिकारियों को दी। घटना स्थल पर अतिरिक्त पुलिस दल रवाना किया गया। विज ने बताया कि हमले में घायल जवानों को बाहर निकालकर उन्हें कांकेरलंका लाया गया। इसी क्षेत्र में 6 अप्रैल 2010 को माओवादियों ने सीआरपीएफ दल पर हमला कर 76 जवानों की जान ले ली थी।
ये हुए शहीद : प्लाटून कमांडर शंकर राव, प्रधान आरक्षक रोहित सोढ़ी, मनोज बघेल व मोहन उईके, आरक्षक राजकुमार मरकाम, किरण देशमुख व राजमन नेताम।
सीएम आवास पर आपात बैठक
नक्सली हमले के बाद मुख्यमंत्री आवास पर गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की आपात बैठक हुई। जिसमें मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने हमले की निंदा करते हुए इसे कायरतापूर्ण और शर्मनाक बताया। पुलिस महानिदेशक एएन उपाध्याय ने बताया कि घटनास्थल के आसपास के इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। अपराधियों की तलाश युद्ध स्तर पर जारी है। बैठक में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एनके असवाल, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह शामिल रहे।
सीआरपीएफ की टुकड़ी भेजी
घटना स्थल पर सीआरपीएफ की अतिरिक्त टुकड़ी भेजी गई है। शहीद बहादुर जवानों को सलाम करता हूं। हमले में घायल हुए जवानों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।
राजनाथ सिंह, गृह मंत्री
400 नक्सलियों ने लगाई घात
150 नक्सली थे हथियारों से लैस
उधर, वाघा सीमा पर गोलीबारी, बीएसएफ के 3 जवान घायल
अटारी-वाघा। वाघा सीमा में गश्त कर रहे सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के वाहन पर शुक्रवार देर रात पाक सीमा से तस्करों ने फायरिंग की। इससे तीन जवान घायल हो गए।
डीआईजी आरपीएस जसवाल ने बताया, जवान ट्रक से उतर रहे थे, तभी पहले से ही भारतीय सीमा क्षेत्र में छिपे पाकिस्तानी तस्करों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। बीएसएफ जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी तस्करों पर गोलियां चलाईं। तस्करों ने हमले के दौरान एके 47 राइफलों का इस्तेमाल किया।