नासा को मिला ग्रहों की तरह दिखने वाले गैसीय पिंड
वाशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने हबल टेलीस्कोप की मदद से ग्रहों जैसे दिखने वाले गैसीय पिंड नेब्युला एनजीसी 6326 की खोज की है। किसी विशेष अवसर पर जिस तरह विभिन्न रंगों और बल्ब से घर को सजाया जाता है ठीक उसी तरह टेलीस्कोप से देखने पर नेब्युला भी रंग-बिरंगे चमकीले पिंड की तरह दिखता है। इसी कारण इसे ‘हॉलीडे ऑर्नामेंट इन स्पेस’ भी कहा जाता है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, जब तारा नष्ट होने वाला होता है तो वह अपनी सतह से गैसों का उत्सर्जन शुरू कर देता है, जिससे नेब्युला का निर्माण होता है। गैस निकलने के बाद तारों के केंद्र में केवल सफेद रंग का बौना तारा शेष रह जाता है। गैसों की निकासी के वक्त हाइड्रोजन और हीलियम से भारी पदार्थ अंतरिक्ष में फैल जाते हैं। ये पदार्थ कई बार नए तारों या ग्रहों का निर्माण भी कर लेते हैं। तारों से बाहर आते हुए चमकीली गैस बड़ी संरचनाओं का निर्माण भी करती हैं, जो अंतरिक्ष में बेहद खूबसूरत दिखाई देती हैं।
पृथ्वी से 11,000 किमी है दूर
नासा के अनुसार नेब्युला एनजीसी 6326 आकार में छोटा और पृथ्वी से 11,000 किलोमीटर दूर ‘एरा’ तारामंडल में स्थित है। इसका चित्र हबल टेलीस्कोप के वाइड फील्ड प्लैनेटरी कैमरे 2 ने उतारा था। बता दें कि कि 1780 में खगोलविद विलियम हरशॉल ने तारों के बीच स्थित इस पिंड का नाम प्लैनेटरी नेब्युला रखा था क्योंकि टेलीस्कोप से देखने में यह ग्रहों की तरह ही गोल दिखाई देता है।