निकाय चुनावः बागपत में कुछ इस तरह उड़ी आचार संहिता की धज्जियां
बागपत। जैसे-जैसे निकाय चुनाव के मतदान की तिथि नजदीक आ रही है प्रत्याशियों के आचार संहिता के उल्लंघन का सिलसिला भी बढ़ रहा है। जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई के बजाय जानकारी न मिलने की बात कहकर पल्ला झाडऩे में जुटे हैं। खेकड़ा के रामपुर मोहल्ले में शनिवार को पालिका अध्यक्ष पद की निर्दलीय उम्मीदवार नीलम धामा को जनसभा के दौरान ही समर्थकों ने नोटों से तौला। शाम को कुछ समर्थकों ने यह फोटो अपने फेसबुक पर भी डाल दी। उसमें यह रकम नीलम के वजन के हिसाब से 8,25000 रुपये बताई जा रही है। सभी नोट दस के बताए जा रहे हैं। इस बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा नेतृत्व पर चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाया। इससे स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव की आशाएं धूमिल हो रही हैं।
मामले की जांच होगी
एसडीएम आशीष कुमार का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है। प्रकरण सही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। एसओ शिवप्रकाश ने बताया कि इस सभा में हुए आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन उसमें नोटों से तौलने का जिक्र नहीं है। विवेचना में इसका भी संज्ञान लिया जाएगा। बागपत जिले में मतदान अंतिम चरण में 29 नवंबर को हैं।
आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन: अखिलेश
निकाय चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पूर्व शनिवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा और जमकर बरसे। अखिलेश ने कहा कि उप्र के निकाय चुनाव में सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है। भाजपा नेतृत्व चुनाव आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन कर रहा है। इसलिए स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव की आशाएं धूमिल हो रही हैं। अखिलेश ने विक्रमादित्य मार्ग स्थित सपा मुख्यालय में कहा कि वैसे भी कई जगह वोटिंग मशीनों पर संदेह जताया जा चुका है। विडंबना है कि लोकतंत्र के इस चुनाव पर्व की पवित्रता बचाए रखने के बजाए चुनाव आयोग ने भी आंखें मूंद रखी हैं।
शासकीय मशीनरी का दुरुपयोग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उनके मंत्रीमंडल के सहयोगी चुनाव प्रचार में शासकीय मशीनरी का दुरुपयोग कर रहे हैं। चुनावी सभाओं में नौजवानों को लाखों भर्तियां करने, सबके सिर पर छत देने, मुफ्त बिजली कनेक्शन देने, स्ट्रीट लाइटें लगवाने सहित अन्य प्रलोभन दिए जा रहे हैं। कहा कि निकाय चुनाव में भी भाजपा जनता को बहकाने के लिए झूठे वादे करने का पुराना हथकंडा अपना रही है। धर्म व जाति के आधार पर समाज को बांटने व आपसी भाईचारे को मिटाने की कोशिशें हो रही हैं। अखिलेश ने कहा कि उन्हें पूरी तरह उम्मीद है कि जिस प्रकार प्रदेश की जनता ने पहले चरण में समाजवादी पार्टी का साथ दिया है, उसी प्रकार दूसरे चरण में भी मतदाता भाजपा को सबक सिखाने का काम करेंगे।