नींद की गोलियां करती है नुकसान
आज की बिज़ी लाइफस्टाइल और तनाव के चलते कई लोगों को नींद नहीं आती है, इस कारण नींद की गोली खाना आम बात हो गई है. नींद की गोली आपकी सेहत को बिगाड़ सकती है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, नींद न आने पर नींद की गोलियां अनिद्रा का बेहतर इलाज नहीं है. नींद की गोलियां आगे चलकर नुकसान करती है.
नींद की गोलियां खाने से पलकें भारी नहीं होती. नींद की गोली खाने के बाद भी कई लोगों को नींद नहीं आती है. इस आदत से सिर्फ नींद की गोली पर निर्भरता बढ़ती है. जब इसकी आदत लग जाती है तब बिना दवाई के नींद आना मुश्किल हो जाता है. कई बार ज्यादा डोज़ लेने पर मौत तक हो जाती है.
लोगों को यह समझने की आवश्यकता है कि नींद एक लम्बी अवचेतन स्थिति या अवस्था नहीं है. नींद के अलग-अलग चरण होते है. पहला गहरी नींद का चरण जो 80 से 90 मिनट के बाद हल्की नींद में, कभी सपने देखने वाले चरण में बदल जाते है. यदि नींद न आए तो कोई और विकल्प तलाशे बजाय गोलियों के.