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न्यू इंडिया की नींव रखें विज्ञान और टेक्नोलॉजी से जुड़े शख्स : पीएम

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रोफेसर एस.एन. बोस की 125वीं जयंती पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि चाहे खेल का क्षेत्र हो, साहित्य का या फिर आजादी की लड़ाई, बंगाल इन सभी कामों में सबसे आगे रहा। उन्होंने कहा कि देश में हमारे वैज्ञानिक तकनीकी समाधान देकर लोगों के जीवन को सुगम और आसान बनाते रहेंगे। मोदी ने कहा कि जो लोग भी विज्ञान और टेक्नोलॉजी से जुड़े हैं वो एक प्रकार से न्यू इंडिया की नींव रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि किसी भी नवोन्मेष के परिणाम और शोध की समीक्षा इस आधार पर होनी चाहिए कि इसका गरीबों की जिंदगी पर क्या सकारात्मक असर पड़ेगा। विज्ञान संचार को बढ़ावा देने में भाषा कोई बाधा नहीं, बल्कि उसे बढ़ावा देने वाली होनी चाहिए।

कौन थे सत्येन्द्र नाथ बोस

एक जनवरी, 1894 को कोलकाता में जन्मे प्रोफेसर सत्येन्द्र नाथ बोस भारतीय भौतिक-शास्त्री थे। वे परिमाण तकनीक पर अपने कार्य के लिए जाने जाते रहे हैं। इतना ही नहीं वे बोस-आइन्स्टाइन सांख्यिकी के जनक रहे है। बोस ने ही छोटे से छोटे कणों की अवधारणा को माना था और इसी आधार पर प्रोफेसर बोस के बाद इन्हें ;बोसोन्स’ का नाम दिया गया। उनका निधन चार फरवरी, 1974 को हुआ।

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