परिवर्तन में संघर्ष के लिए तैयार रहें : मुकेश शर्मा
लखनऊ : बिजनौर स्थित आर्यकुल कालेज में भारतीय प्रशासनिक सेवा राजस्थान ईकाई के उच्च अधिकारी मुकेश शर्मा कालेज के प्रथम वर्ष के बच्चों के साथ रूबरू हुए जिसमें उन्होंने बच्चों को जीवन के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी और बताया कि कैसे व्यक्ति जीवन में शिक्षा के क्षेत्र से ऊंचाईयां हासिल कर अपने लक्ष्य तक पहुंच सकता है। उन्होंने बताया कि परिवर्तन ही जिंदगी का सार है चाहे वह जिंदगी हो या कोई और चीज का, इसलिए परिवर्तन के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए यदि तैयार नहीं होते तो जिंदगी में कभी आगे न बढ़ते इसलिए परिवर्तन जरुरी है, अपने दिमाग को विचारशील बनाइये और मार्ग में कितने ही मोड़ आयेंगे इसलिए हमें जरूरी है ये जानना की राहें कहां-कहां तक जायेंगी तथा कहां तक ले जाना है इसलिए हमेशा विचारशील बनकर रहिए। इसके साथ ही उनहोंने बच्चों को एक महत्वपूर्ण बात बताते हुए कहा कि अब हमारे जीवन का सबसे कठिन समय है इसका कारण है इसका सबसे बड़ा कारण उपलब्धता है क्योंकि अब जीवन बहुत ही आगे निकल चुका है सबसे पास ज्ञान के संसाधन है इसलिए लोगों में कम्प्टीशन बहुत ही बढ़ गया है। इसलिए हम सबको बहुूत ही मेहनत करने की आवश्यकता है। जिससे कि इस कम्प्टीशन में भी हम आगे निकल सके।
उन्होंने चीन के एक महान दार्शनिक कन्फ्यूशियस जिक्र किया जिस समय भारत में भगवान महावीर और बुद्ध धर्म के संबध में नये विचार रखे जा रहे थे, उसी समय चीन में एक समाज सुधारक का जन्म हुआ जिसका नाम कन्फ्यूशियस था मुकेश शर्मा जी ने बताया की कन्फ्यूशियस के शिष्यों ने एक बार उनकी परीक्षा लेनी चाहा, शिष्य ने एक डिड्डा को हाँथ की मुट्ठी में बंद करके पूंछा की आखिर इसका भविष्य क्या है। तब कन्फ्यूशियस ने शालीनता से जवाब दिया की सवाल ये नहीं की उसका भविष्य क्या है सवाल है जिन हाथों में है वो है उसे बनाना क्या चाहते हैं। इसके बाद हमारे कॉलेज के चेयरमैन सशक्त सिंन ने श्री शर्मा का कालेज परिसर में आने का धयन्वाद दिया और कहा कि जीवन में आगे बढ़ना है तो संघर्ष जरूरी है।