पाकिस्तानी पति ने अपनी भारतीय पत्नी से मिलने के लिए खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा
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साथ ही ताहिर ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की है कि इस मामले के निपटारे से पहले उज्मा के पाकिस्तान छोड़कर जाने पर रोक लगाई जाए। कोर्ट में सुनवाई सोमवार को होगी। अली ने आरोप लगाया कि भारतीय उच्चायोग और उज्मा का भाई वसीम, दोनों के बीच दरार पैदा कर रहे हैं। उसका कहना है, “उच्चायोग जाने के बाद सबकुछ बदल गया है। इससे पहले हम खुशी से जिंदगी जी रहे थे।”
उज्मा दिल्ली की रहना वाली है। उसने 8 मई को इस्लामाबाद हाईकोर्ट में अली के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उसने कहा कि अली उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है और विरोध करने पर धमकाता है। मेजिस्ट्रेट को दिए बयान में उज्मा ने कहा कि वो पाकिस्तान में अपने रिश्तेदारों से मिलने आई थी। अली ने बंदूक की नोक पर उससे जबरन शादी की और उसने अप्रवासीय कागजात भी छील लिए।
इस मामले ने बॉर्डर की दोनों ओर ही ध्यान खींचा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश सलाहकार सरताज अजीज ने कहा है कि केस खत्म होने के बाद भारतीय महिला को जल्द से जल्द अपने मुल्क भेजा जाएगा। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि उज्मा भारतीय उच्चायोग में सुरक्षिता और खुश है।