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पाकिस्तान में इंसानों के साथ-साथ गधों की भी बढ़ रही तादाद, सरकार खर्च कर रही है अरबों रुपये
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कश्मीर में हुए आतंकी हमले को लेकर पूरा देश उबल रहा है। इस बीच पाकिस्तान को लेकर एक रिपोर्ट आई है कि वहां जिस तरह हर साल इंसानों की आबादी बढ़ती जा रही है, ठीक वैसे ही पाकिस्तान में गधों की भी तादाद सालाना बढ़ती जा रही है। हैरानी की बात तो ये है कि खुद वहां की सरकार ही उनकी आबादी बढ़ाने के लिए अरबों रुपये खर्च करती है।
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साल 2017-18 के आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, पाकिस्तान में गधों की संख्या में सालाना एक लाख के हिसाब से बढ़ोतरी हो रही है। बीबीसी की एक रिपोर्ट कहती है कि साल 2015-16 के दौरान पाकिस्तान में गधों की संख्या 51 लाख थी, जो साल 2016-17 में बढ़कर 52 लाख हो गई, जबकि साल 2017-18 में यह संख्या बढ़कर 53 लाख हो गई है।
देश में गधों की संख्या बढ़ाने के लिए पाकिस्तान सरकार ‘गधा विकास कार्यक्रम’ भी चलाती है। साल 2017 में इस कार्यक्रम में सरकार ने अरबों रुपये का निवेश किया है। दरअसल, पाकिस्तान द्वारा ऐसा करने के पीछे सबसे बड़ा मकसद चीनी निवेशकों को खैबर-पख्तूनख्वाह की ओर आकर्षित करना है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार को गधों के निर्यात से काफी अच्छी खासी आय हो जाती है। यह आय पाकिस्तान के सकल राष्ट्रीय उत्पाद का अहम हिस्सा है। कहा जाता है कि चीन में गधों की खाल काफी उपयोगी मानी जाती है और इसका इस्तेमाल हेल्थ फूड और पारंपरिक दवा बनाने में भी किया जाता है। इसलिए चीन बड़े पैमाने पर पाकिस्तान से गधों की खरीदारी करता है।
बता दें कि गधे की खाल से बनने बनने वाले जिलेटिन की चीन में काफी मांग है और हाल के वर्षों में गधों की खाल की खरीद भी काफी बढ़ी है। गधों की खाल से बनने वाले जिलेटिन को चीन में इजीयो कहते हैं। पुराने समय से इसका उपयोग ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनाने वाली चीनी दवाई के तौर पर किया जाता है। खाल के अलावा गधों के मांस की भी चीन में काफी डिमांड है।