पाकिस्तान में क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान को विरोधी कहते हैं ‘तालिबान खान’
इस्लामाबाद : पाकिस्तान में पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ मतगणना में 114 सीटों पर आगे चल रही है जबकि उसकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) 67 सीटों पर आगे चल रही है। पकिस्तान में सरकार बनाने के लिए 172 का जादुई आंकड़ा किसी पार्टी को भी मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।त्रिशंकु संसद की स्थिति बनेगी। वहीँ प्रधानमंत्री पद तक के लिए इमरान खान का सफर उतार-चढ़ाव वाला रहा, इमरान अपने शुरुआती दिनों में एक शानदार क्रिकेटर से जानी मानी हस्ती और अब एक ऐसे शख्स हैं, जो मज़हबी रूढिवादी है, करप्शन के खिलाफ लड़ रहा है।इमरान ख़ान, शौकत खानम और इकरमुल्लाह खान नियाज़ी की संतान हैं, जिनका जन्म 25 नवम्बर 1952 को हुआ था। इमरान 1971-1992 तक पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के लिए खेला और 1982 से 1992 के बीच वह पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान भी रहे। 1987 के क्रिकेट विश्व कप के बाद इमरान ने संन्यास ले लिया था, लेकिन 1988 में उन्हें दोबारा टीम में शामिल किया गया। खान के कप्तानी में पाकिस्तान ने वर्ल्ड कप जीता था। अप्रैल 1996 में ख़ान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ राजनीतिक पार्टी बनाई और उसके अध्यक्ष बने और जिसके वे संसद के लिए निर्वाचित केवल एकमात्र सदस्य बने, उन्होंने नवंबर 2002 से अक्टूबर 2007 तक नेशनल असेंबली के सदस्य के रूप में मियांवाली का प्रतिनिधित्व किया।
इमरान खान को विपक्षी तालिबान खान कहते हैं, क्योंकि वह इस्लामिक वेलफेयर स्टेट का वादा कर रहे हैं। उनकी पार्टी को अमेरिका से घोषित उन आतंकवादियों का समर्थन है जो अलकायदा से जुड़े रहे हैं, वो तालिबान से सहानुभूति रखते हैं और उनको पख्तून नेता कहते हैं। इमरान खान ने अमेरिका के खिलाफ सख्त रुख अपनाया, उन्होंने पाक पर ड्रोन हमलों की कड़ी निंदा की। वह विदेशी मदद की मुखालफ़त करते रहे हैं। 2013 के चुनावों में धांधलियों का आरोप लगाकर उन्होंने 2014 में इस्लामाबाद में लगातार 126 दिनों तक प्रदर्शन की अगुवाई की, तब उन्होंने 2013 के चुनावों में सेना पर PML की मदद करने का आरोप लगाया। इमरान खान आरोप लगाते रहते हैं कि चीन का दबदबा कम करने के लिये अंतरराष्ट्रीय संगठन भारत की मदद करते हैं। पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की की निजी ज़िंदगी भी विवादों से भरी रही है, इमरान खान की पहली शादी ब्रिटेन के एक अरबपति की बेटी जेमिमा से हुई थी जो तकरीबन 9 साल चली, जेमिमा से इमरान के 2 बेटे हैं। इमरान की दूसरी शादी 2015 में एक टीवी एंकर रेहम खान से हुई जो महज़ 10 महीने ही चल सकी। इस शादी को लेकर काफी विवाद खड़े हुए, रेहम खान एक किताब लिख रही हैं जिसमें इमरान के कई अवैध रिश्तों और औलादों का दावा किया गया है। हाल ही में एक इंटरव्यू में इमरान खान के हवाले से कहा गया है कि उन्होंने अपनी ज़िंदगी में कुछ गलतियां की, लेकिन दूसरी शादी सबसे बड़ी गलती रही, उनके विरोधियों का दावा है कि इस गलती को राजनीतिक फायदे में बदलने के लिये इमरान खान ने अपनी आध्यात्मिक सलाहकार बुशरा मानेका से फरवरी में शादी की। उधर, पाकिस्तान चुनाव में इमरान खान की पार्टी आगे चल रही है और यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि उनकी पार्टी गठबंधन की सरकार बना सकती है।