अन्तर्राष्ट्रीय
पाक की बेशर्मी, आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने कबूला गुनाह
- जंग शुरू करना आसान है लेकिन इसे खत्म करना मुश्किल है।
- भारत को अफगानिस्तान से सीखने की जरूरत।
- बातचीत से ही मसला हल होगा।
- कश्मीरियों को आज मरने का डर नहीं है, इसके पीछे कोई तो वजह होगी।
- इमरान ने कहा अगर पुलवामा हमले पर भारत के पास सबूत हैं तो हम कार्रवाई करेंगे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों पर सवाल उठाया और कहा कि उनका देश स्थिरता चाहता है ना कि आतंकवाद । इमरान ने कहा कि अगर पुलवामा हमले पर भारत के पास सबूत हैं या खुफिया जानकारी है तो मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि हम कार्रवाई करेंगे।
गीदड़ भभकी देते हुए पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करने के बारे में सोच रहा है तो हम निश्चित रूप से इसका जवाब देंगे। कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा। पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए की जा रही मांग पर खान ने कहा कि जंग शुरू करना आसान है लेकिन इसे खत्म करना मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि, जब पाकिस्तान स्टेबिलिटी की तरफ जा रहा है तो हम ये क्यों करेंगे? इससे हमें फायदा क्या है? बिना सबूत पाकिस्तान पर इल्जाम लगाया जा रहा है? पाकिस्तान को पुलवामा हमले से क्या फायदा मिलेगा? हम जांच के लिए तैयार हैं।
जांच के लिए तैयार
हम जांच के लिए तैयार हैं। दहशतगर्दी में 70 हजार पाकिस्तानी मारे गए हैं। हमारा 100 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है। हम बात करने को तैयार। बातचीत से मसला हल होगा। हम आतंक पर बात करने को तैयार हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि आप पाक पर हमला करेंगे तो पाकिस्तान भी पीछे नहीं रहेगा। हम पीछे नहीं हटेंगे। हम दहशतगर्दी की बात करेंगे। उन्होंने कहा कि हम युद्ध का पूरा जवाब देंगे।
कार्रवाई को तैयार
हम नहीं चाहते कि कोई हमारी धरती से हिंसा फैलाए। मैं भारत सरकार को ये बोलना चाहता हूं कि अगर पाकिस्तान के खिलाफ सबूत मिलते हैं तो हम कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं।