पार्टी की हालत पर मंथन के लिए जुटेंगे देशभर के माकपा नेता

नई दिल्ली: माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा )का 21वां राष्ट्रीय सममेलन 14 अप्रैल से आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में शुरू हो रहा है। जिसमें पार्टी के महासचिव प्रकाश करात की जगह नए नेता का चुनाव होगा। पांच दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में नई केन्द्रीय समिति और नए पोलित ब्यूरो का भी गठन होगा। पार्टी सूत्रों के अनुसार सम्मेलन में पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत बनाने और बाकी रणनीतियों को तय करने पर विशेष चर्चा होगी। पार्टी का यह सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब राष्ट्रीय स्तर पर और क्षेत्रीय स्तर पर भी पार्टी की स्थिति खस्ता है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता सीताराम यचुरी के अनुसार नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में उसकी जनविरोधी नीतियों में हस्तक्षेप करने के लिए पार्टी को संगठनात्मक स्तर पर मजबूत बनाना जरूरी है और जनआंदोलनों को भी बढ़ाना आवश्यक है।
पार्टी के अन्य नेता मो. सलीम का कहना है कि सम्मेलन मे हम सभी रणनीतियों को तय करने के साथ साथ पिछले एक दशक में हमने जो कदम उठाए है उसकी भी समीक्षा करेंगे ताकि यह पता चल सके कि हमारी शक्ति कमजोर क्यों हुई है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता सीताराम यचुरी को नया महासचिव बनाए जाने की चर्चा है लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता सलीम का कहना है कि करात की जगह एक नए महासचवि का चयन होगा लेकिन यचुरी को बनाया जायेगा या नहीं यह अभी तय नहीं हुआ है।
यह फैसला पार्टी की नई केन्द्रीय समिति तय करेगी कि अगला महासचिव कौन होगा। यचुरी का यह भी कहना है कि उनकी पार्टी भूमि अधिग्रहण जैसे जन मुद्दों पर कांग्रेस के साथ मिलकर मोदी के खिलाफ लड़ेगी लेकिन यूपीए सरकार के शासन काल में नई आर्थिक नीतियों को देखते हुए कांग्रेस के साथ वह मोर्चा या गठबंधन नहीं करेगी।



