पितृपक्ष में लगाएं यह पवित्र पौधे, पितरों हो जाएंगे खुश, देंगे आशीर्वाद
हिंदू धर्म में पितृपक्ष को सबसे अधिक महत्वपूर्ण कहा जाता है और पितृपक्ष की शुरूवात हो चुकी हैं. ऐसे में वृक्ष और पेड़ पौधों में भी प्राण हैं ऐसा माना जाता है और यह हर तरह की सकारात्मक और नकारात्मक शक्तियों को महसूस कर सकते हैं. ऐसे में कुछ पेड़ केवल सकारात्मक उर्जा प्रदान करने वाले माने जाते हैं और कुछ केवल नकारात्मक. कहा जाता है शुभ वृक्षों पर पितरों और आत्माओं का निवास होता हैं और अगर पितृपक्ष में शुभ पेड़ लगाए जाएं या उनकी उपासना करें तो पितरों का विशेष आशीर्वाद मनुष्य को मिल जाता है. इसी के साथ पितर प्रसन्न भी होते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि पितृपक्ष में कौन से पेड़ लगाएं जा सकते हैं.
* कहते हैं पीपल का पेड़ हिंदू धर्म में सर्वाधिक पवित्र माना जाता हैं. इसी के साथ अगर पितृपक्ष में इसकी उपासना करें या इसे लगा दें तो विशेष शुभ होता हैं. इसी के साथ नियमित रूप से इसके नीचे दीपक जलाने से या फिर जल अर्पित करने से भी पितृ लोग प्रसन्न हो जाते हैं.
* कहा जाता है बरगद को आयु देने वाला और मोक्ष प्रदान करने वाला वृक्ष माना जाता हैं और अगर आयु की समस्या हो तो बरगद का पेड़ लगाना चाहिए. इसी के साथ अगर ऐसा लगता हैं कि पितरों की मुक्ति नहीं हुई हैं, तो बरगद के नीचे बैठकर शिव जी की पूजा अर्चना करना शुभ माना जाता हैं. कहते हैं इसी के साथ बरगद के पेड़ की परिक्रमा भी करनी चाहिए.
* जी दरअसल बेल का पेड़ शिव जी को अत्यंत ही प्रिय हैं और यह वृक्ष मोक्ष प्रदान कर सकता हैं. इसी के साथ अगर पितृपक्ष में बेल का पेड़ लगाया जाए तो अतृप्त आत्मा को शांति मिलती हैं वही अमावस्या के दिन शिव जी को बेल पत्र और गंगाजल अर्पित करने से सभी पितरों को मुक्ति प्राप्त होती हैं.