रुद्रप्रयाग: पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों की रफ्तार तेज हो गई है। इसके तहत केदारनाथ धाम में दिन रात काम हो रहा है।
यह स्थिति तब है जब केदारनाथ में रात के समय तापमान माइनस में पहुंच जाता है। इसके बावजूद काम में तेजी के लिए प्रशासनिक स्तर पर कवायद जारी है। स्वयं रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल तीन दिन से यहां डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही निर्माण कार्यों के लिए जल्द ही भारी मशीनें केदारनाथ भेजी जाएंगी।
डीएम ने कहा कि यदि मौसम ने साथ दिया तो सभी काम निर्धारित समय पर पूरे हो जाएंगे। हालांकि केदारनाथ में मौसम परीक्षा ले रहा है। बीते सात दिन में यहां तीन बार एक-एक फुट हिमपात हो चुका है। इससे काम प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने बताया कि केदारनाथ मंदिर से संगम तक पैदल मार्ग को नया स्वरूप दिया जाएगा। 250 मीटर लंबे पुराने मार्ग से मलबा हटाने के बाद इसे पचास मीटर चौड़ा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि मौसम मेहरबान रहा तो मलबा हटाने का कार्य अगले माह पांच दिसंबर तक कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अगले साल यात्रा शुरू होने से पहले इसे सीसी मार्ग बना दिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने सरस्वती नदी के तट पर चल रहे बाढ़ सुरक्षा कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। डीएम ने उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण को भी पावर प्लांट समय पर तैयार करने को कहा। डीएम ने कहा कि पुनर्निर्माण कार्य को तेज करने के लिए पोकलैंड मशीनों की संख्या भी बढाई जाएगी।
फिलहाल यहां तीन पौकलैंड मशीन, दो जेसीबी व पांच डंफर हैं। उन्होंने कहा कि लिनचोली और केदारनाथ के बीच कुछ जगहों पर पैदल मार्ग की स्थिति खराब है, जिसे जल्द से जल्द ठीक लिया जाएगा। इसके साथ ही केदारनाथ में मंदाकिनी नदी पर घाट निर्माण कार्य के लिए ई-टेंडरिंग की प्रक्रिया चल रही है।