उत्तर प्रदेशराजनीतिराज्य

पीएम मोदी के हाथ लगा ट्रम्प कार्ड, अब तो यूपी में बीजेपी की सरकार बननी तय

लखनऊ। ओडिशा के बाद महारष्ट्र के निकाय चुनावों में मिली भारी सफलता के बाद बीजेपी खासा उत्साहित है। इस जीत के बाद बीजेपी पांच राज्यों में होने होने वाले चुनाओं पर अपनी नजर गड़ाए हुए है लेकिन उसका मुख्य टारगेट यूपी है। जिसे अपने कब्जे में लेने के लिए वो निकाय चुनाव को अपने एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने वाली है।

बीजेपी के इस फैसले से हो सकता है बड़ा फेरबदल

जिसके लिए बीजेपी ने देशभर के सभी जिला कार्यालय में 25 फरवरी को ‘विजय उत्सव’ मनाने का निर्णय लिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने बताया कि महाराष्ट्र के निकाय चुनाव में अभूतपूर्व सफलता मिलने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने यह निर्णय लिया है।

श्रीकांत शर्मा ने बताया कि अमित शाह ने नतीजे आने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और राज्य ईकाई के अध्यक्ष रावसाहब पाटील दानवे को फोन कर बधाई दी है। बीजेपी इस जीत को एक ट्रंपकार्ड के रूप में इस्तेमाल करना चाहती है।

यूपी में अभी चार चरण के चुनाव हो चुके हैं जबकि पांचवें से लेकर सातवें चरण के चुनाव बाकी है, जिनमें मध्य यूपी के कुछ जिलों के अलावा मुख्यत: पूर्वांचल में मतदान होने हैं। पार्टी के दिग्गज नेताओं का मानना है कि निकाय चुनाव में भाजपा को मिली भरी जीत यूपी की जनता का मन बदल सकती है और चुनव की लहर एक बार फिर भाजपा के खेमे में आ सकती है।

आपको बता दें कि सपा-कांग्रेस गठबंधन के बाद यूपी में त्रिकोणीय मुकाबला चल रहा है। ऐसे में एक से दो परसेंट वोट भी भाजपा के खेमे में स्विंग कर जाएं तो समीकरण बदल सकता है। भाजपा समर्थकों और मोदी प्रशंसकों ने इसे अभी से नोटबंदी पर भाजपा की जीत कहकर सोशल मीडिया पर प्रचार शुरू कर दिया है। अब जब भाजपा के स्टार प्रचारक यूपी में चुनाव की रणभेरियां फूंक रहे होंगे, तो उसमें मुंबई और महाराष्ट्र की जीत की हुंकार भी शामिल होगी।

उल्लेखनीय है कि देश ही एशिया की सबसे अमीर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) की 227 सीटों के नतीजे गुरुवार को आ गए हैं। इसमें शिवसेना सबसे 84 सीटें लेकर शिवसेना सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। जबकि बीजेपी82 सीटों पर बीजेपी का परचम लहराया। भले ही बीजेपी का अपना महापौर ना बने लेकिन शिवसेना भी बिना बीजेपी के अपना महपौर नहीं बना सकती है। नोटबंदी के बाद बीएमसी सहित महाराष्ट्र की 10 महानगरपालिका और 25 जिला परिषद चुनाव में भी भाजपा ने भारी जीत दर्ज की है।

ओडिशा में भी भाजपा ने जीत का परचम गहराया था। बीजेपी महाराष्ट्र और ओडिशा के इन निगम चुनावों में मिली जीत पर 25 फरवरी को देश भर में बीजेपी के ज़िला मुख्यालयों पर विजय दिवस मनाकर अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल और उत्साह ज़रूर बढ़ना चाहती है। भाजपा ऐसा करके यूपी में एक नया माहौल तैआर करना चाहती है। अब 11 मार्च को ही पता चलेगा कि भाजपा के मनसूबे कितने कामयाब होतें हैं।

Related Articles

Back to top button