दस्तक टाइम्स/एजेंसी :
श्रीनगर : अटल बिहारी वाजपेयी के विकास के मंत्र को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू कश्मीर के लिए आज 80 हजार करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की और साथ ही इस राज्य को एक नये, आधुनिक, प्रगतिशील और खुशहाल प्रदेश में बदलने का संकल्प लिया।
मोदी ने कहा, भारत सरकार, जम्मू कश्मीर के लिए 80 हजार करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा करती है। मेरी दिली इच्छा है कि इस राशि का उपयोग आपके भाग्य को बदलने के लिए हो। इस राशि का उपयोग राज्य को नये, आधुनिक, प्रगतिशील और खुशहाल जम्मू कश्मीर में बदलने के लिए होगा। उन्होंने कहा, यह पूर्ण विराम नहीं है। 80 हजार करोड़ रुपये की धनराशि पूर्ण विराम नहीं है। यह तो सिर्फ शुरुआत है। दिल्ली का खजाना आपके लिए है, दिल्ली का खजाना ही नहीं, दिल भी आपके लिए हाजिर है।
शेर ए कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में राज्य के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और जितेन्द्र सिंह तथा पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के साथ मंच साझा करते हुए मोदी ने कहा, पिछले दो दशकों में दो पीढ़ियों के सपने बर्बाद हो गए लेकिन मैं आशावादी हूं और इस बात में विश्वास करता हूं कि कोई भी काम जज्बे से किया जाए तो आगे बढ़ा जा सकता है, सपने साकार किये जा सकते हैं और इस राज्य को आधुनिक और विकसित राज्य बनाया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य के युवा रोजगार चाहते हैं। उन्होंने मुफ्ती मोहम्मद सईद नीत पीडीपी-भाजपा सरकार को आश्वासन दिया कि राज्य में सामान्य हालात बहाल करने के काम में केंद्र उसके साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा है।
उन्होंने कहा, हम आर्थिक और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कोई भी उंचाई हासिल कर सकते हैं, हमारे जीवन में चाहे कोई भी बदलाव क्यों न आ जाए, हम आसमान में ही क्यों न घर बना लें लेकिन यह केवल हमारी आत्मा है जो स्वयं अपने और औरों के प्रति सम्मान को प्रेरित करती है।
मोदी ने कहा, हम कश्मीरियत, जम्हूरियत और इंसानियत..इसी को लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं। हम विकास का खाका बना रहे हैं और उसे समयसीमा के भीतर पूरा करना है। कश्मीर में पिछले साल बाढ़ से हुई भारी तबाही का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हम पहले दिन ही यहां आए थे, तब 1000 करोड़ रूपये की घोषणा की थी और समय समय पर और राशि प्रदेश को दे रहे हैं। इस काम में हम राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, लेकिन सिर्फ आंसू पोंछ लें, दुकान ठीक हो जाए, घर ठीक हो जाए, इतने से काम नहीं चलेगा। मुझे तो काफी काम करने है, बहुत आगे ले जाना है। उन्होंने कहा कि मुझे जम्मू, कश्मीर और लद्दाख क्षेत्रों के नौजवानों को रोजगार के अवसर प्रदान करने हैं।
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), आईआईटी, आईआईएम में राज्य के युवाओं के बेहतर प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, पिछले कुछ वर्षों से इन परीक्षाओं में राज्य के युवा अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। यह ताकत है कश्मीर के नौजवानों की। इसे मैं पहचानता हूं और जिसे मैं पहचानता हूं उसके लिए सब कुछ करने को तैयार रहता हूं। शेर ए कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने हैरानी जतायी, 30 साल पहले इस स्टेडियम में क्रिकेट खेला गया था। जिस प्रदेश में परवेज रसूल जैसे क्रिकेटर हों जिन्होंने इतना नाम कमाया हो, उस प्रदेश में इस स्टेडियम में कोई अंतरराष्ट्रीय मैच क्यों नहीं खेला जा सकता?
उन्होंने कहा कि 17 महीने पहले देश में भ्रष्टाचार, आर्थिक तंगी और अन्य समस्याओं की खबरें सुखिर्यों में होती थी लेकिन राजग सरकार बनने के बाद से हिन्दुस्तान का नाम दुनिया की तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है और अब तो कहा जाने लगा है कि वृद्धि के मामले में भारत, चीन से आगे निकल गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह हाल ही में एक रिपोर्ट पढ़ रहे थे जिसमें भ्रष्टाचार, पारदर्शिता आदि के आधार पर दुनिया के देशों को आंका गया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पारदर्शिता और भ्रष्टाचार से मुक्ति पाने की दिशा में पहल करने में भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है। भारत 95वें पायदान से बेहतर होकर अब 85वें स्थान पर आ गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 17 महीने में भ्रष्टाचार के खिलाफ संकल्प के साथ इतनी बड़ी लड़ाई लड़ी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सबका साथ, सबका विकास के मंत्र को लेकर आगे चल रहे हैं । अगर हिन्दुस्तान का एक भी व्यक्ति इसमें साथ न हो तो सपना अधूरा है, कोई भी विकास से वंचित हो तो भी यह सपना अधूरा है। हमें हिन्दुस्तान के जन जन को साथ लेना है, कोने कोने का विकास चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस सपने को पूरा करना है तो जम्मू कश्मीर में इस सपने को भी पूरा करना है। उन्होंने कहा कि हमें सवा सौ करोड़ देशवासियों में वह उमंग लौटाना है जो कश्मीर.. प्रकृति ने जो जन्नत बनाई है, लोग उसे जीने का एहसास कर सकें। वो लौटाना है।
मोदी ने कहा कि कौन कहता है कि संकटों से नहीं उबरा जा सकता है, मैंने अपने जीवन में यह देखा है। गुजरात में 2001 में भूकंप के बाद देखा है और तीन साल में भूकंप प्रभावित उस राज्य में न केवल सामान्य स्थिति बन गई, बल्कि यह तेजी से प्रगति करने वाला राज्य बना। उन्होंने कहा कि कश्मीर ने सभी संकट झेले हैं, यह सब जानने के बाद भी मैं कहता हूं कि हमें जज्बे के साथ बढ़ना है। मैं केवल सपने नहीं देखता बल्कि उन सपनों को साकार करने के लिए जज्बे के साथ आगे बढ़ता हूं।