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पुलिस देख भाग रहा ग्रामीण पकड़ा गया तो निकला दो हजार का इनामी नक्सली
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बिलासपुर: स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के मद्देनजर पेट्रोलिंग के दौरान बलरामपुर पुलिस को झारखंड के सीमावर्ती ग्राम पुदांग टेहड़ी क्षेत्र से एक इनामी नक्सली को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। ग्रामीण पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी को देखकर भाग रहा था। शक पर पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ा तो पता चला कि वह इनामी नक्सली है। उसके ऊपर पुलिस ने दो हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से भी उसके खिलाफ स्थायी वारंट जारी हुआ था।
बलरामपुर एसपी डीआर आंचला ने बताया कि आईजी के निर्देश पर स्वतंत्रता दिवस पर पुलिस पूरे जिले में पेट्रोलिंग कर रही है। एडिशनल एसपी नक्सल आपरेशन एसपी पंकज शुक्ला के नेतृत्व में जिला बल व एसआईबी की टीम झारखंड सीमा से लगे क्षेत्रों में शनिवार को पेट्रोलिंग पर निकली थी। इसी दौरान झारखंड के सीमावर्ती ग्राम पुंदाग टेहड़ी के जंगल में एक ग्रामीण पुलिस देखकर भागने लगा। संदेह पर जवानों ने उसे धर दबोचा। उसके बारे में जांच की गई तो वह नक्सली संगठन का फरार सक्रिय सदस्य सुधन कोरवा पिता जनार्दन कोरवा निकला। वह झारखंड के गढ़वा जिला के भंडरिया के ग्राम टेहड़ी का रहने वाला है। उसके ऊपर बलरामपुर पुलिस ने 2003 में 2 हजार का इनाम रखा था।
बलरामपुर में 8 मामले दर्ज
एसपी ने बताया कि सुधन कोरवा 2001 में नक्सली कमांडर श्याम बिहारी के दस्ते में शामिल हुआ था। इसके बाद उसने हत्या, आगजनी, लेव्ही वसूली की कई वारदातों को अंजाम दिया। सुधन के खिलाफ बलरामपुर जिले के विभिन्न थानों में हत्या, आगजनी, बलवा, हत्या के प्रयास के 8 मामले दर्ज है।
3 साल गढ़वा जेल में था बंद
सुधन गढ़वा में भी कई नक्सली वारदातों में शामिल रहा है। झारखंड पुलिस ने उसे 2003 में गिरफ्तार किया था। एडिशनल एसपी पंकज शुक्ला ने बताया कि 2003 से 2006 तक वह गढ़वा जेल में बंद रहा। जेल छूटने के बाद गांव में खेती करने आता-जाता था। इससे पहले पुलिस ने उसके घर में कई बार दबिश दी लेकिन वह फरार हो जाता था।
गिरफ्तार नक्सली