पूंजीपति पूंजी की मार से बेहाल
नई दिल्ली एजेन्सि, २५ वर्षों की अपार सफलता के बाद बिल गेट्स को माइक्रोसाफ्ट के अध्यक्ष पद से हटाने की मुहीम शुरू हो गई है। बदलते मांग के अनुरूप बिल गेट्स के नहीं बदलने से कम्पयुटर की दुनिया में सारे विश्व में फैला उनका साम्राज्य कमजोर हो रहा है। कम्पयुटर का स्थान अब मोबाईल और टेब ले रहे हैं। इसमें छोटे-छोटे खिलाड़ी माइक्रोसॉफ्ट को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। एंड्रायड और स्मार्ट फोन एप्लीकेशन से माइक्रोसॉफ्ट को कड़ी चुनौती मिल रही है। ऐसे समय में बिल गेट्स अपने शेयर बेचकर एक ओर माइक्रोसॉफ्ट से अपनी हिस्सेदारी घटा रहे हैं। वहीं उनका ज्यादा समय अब परोपकार के कार्यों में ही जा रहा है। सूत्रों के अनुसार माइक्रोसॉफ्ट के शुरूआती दौर में बिल गेट्स के पास कंपनी के ४९ फीसदी शेयर मौजूद थे, जिसमें से अब तक वे अपने ८० मिलियन शेयर बेच चुके हैं। इससे व्यथित माइक्रोसॉफ्ट के लगभग ४ निवेशकों ने बिल गेट्स को अध्यक्ष पद से हटाने की मुहिम शुरू कर दी है। इस माह से अब माइक्रोसाफ्ट की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।