प्याज के दामों में लगातार गिरावट के चलते न्यूनतम निर्यात मूल्य सीमा ख़त्म
प्याज के दामों में लगातार गिरावट को देखते हुए सरकार ने प्याज की न्यूनतम निर्यात मूल्य की सीमा को हटा लिया है. न्यूनतम निर्यात मूल्य के हटाए जाने से जहां एक ओर इसके दाम घरेलु बाजार में बढ़ाने में मदद मिलेगी वहीँ दूसरी ओर किसानो को भी इसका उचित दाम प्राप्त हो सकेगा.
विदेश व्यापार महानिदेशालय ने जानकारी देते हुए बताया कि बजट के बाद से ही अचानक प्याज के दामों में गिरावट आई है ओर प्याज पर से हर तरह के निर्यात मूल्य की सीमा हटा लिया गया है. इतना ही नहीं प्याज के लिए लेटर आफ क्रेडिट की आवश्यकता को भी ख़त्म कर दिया गया है. इस पर सरकार का कहना है कि इस तरह से न्यूनतम निर्यात मूल्य के हटाए जाने और लेटर आफ क्रेडिट की जरूरत को ख़त्म किये जाने से निर्यात कारोबारियों को लाभ पहुंचेगा. और इसका फायदा सिर्फ निर्यात कारोबारियों को ही नहीं बल्कि किसानो को भी होगा.
सरकार का कहना है कि इस तरह के फैसले से इंटरनेशनल मार्केट में भारतीय प्याज निर्यातकों प्याज निर्यात करने में सरलता होगी और प्याज को निर्यात मुक्त बनाने से किसानो को उनकी लागत के हिसाब से बेहतर दाम भी मिल सकेंगे. किसान और निर्यातकों को फायदा मिलने से अगले साल इसका रकबा भी बढ़ेगा इस तरह की उम्मीद जताई जा रही है.