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प्रदूषण की मार झेल रहा है गला, हो गयी है खांसी तो ये करें- मिलेगा आराम

p11478399212_bigदिवाली के बाद से ही दिल्ली NCR प्रदूषण की मार झेल रहा है। दिल्ली सरकार के मुताबिक शहर की हवा 17 प्रतिशत ज्यादा प्रदूषित हो गयी है और उसी का नतीजा स्मॉग के रूप में हमारे सामने है। डॉक्टर्स ने बच्चों के लिए बिना मास्क के किसी भी हालत में न बाहर ना जाने की सख्त हिदायत जारी की है। सिर्फ बच्चे ही नहीं दिल्ली में दिवाली के बाद से ही गले में दर्द, खांसी और सांस लेने में तकलीफ के मामलों में खासी वृद्धि देखी जा रही है। दिल्ली सरकार ने भी इस खतरनाक स्मॉग से बचने के लिए सुबह 8 बजे से पहले घर से बाहर न निकलने की एडवाइजरी जारी की है। आज Livehindustan.com आपको बता रहा है कि अगर इस प्रदूषण ने आपके गले की बैंड बजा दी है तो आप खुद का ख्याल कैसे रख सकते हैं…

1. खराश या सूखी खांसी है तो अदरक और गुड़: 
दिल्ली की हवा में प्रदूषक कणों की मात्रा इतनी ज्यादा हो गयी है कि अगर आप इस हवा में लगातार 2 घंटे से ज्यादा समय बिता लेते हैं तो गले में खराश और सूखी खांसी होना तय ही है। गले में खराश या सूखी खांसी होने पर पिसी हुई अदरक में गुड़ और घी मिलाकर खाएं। गुड़ और घी की जगह पर शहद भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे दिन में तीन बार इस्तेमाल करें ज़रूर आराम मिलेगा। 

2. दमा या अस्थमा है तो: 
ये प्रदूषण सबसे ज्यादा दमे के रोगियों के लिए सबसे ज्यादा घातक है। अगर आपको दमा है और आप फ़िलहाल दिल्ली में रहने के लिए मजबूर हैं तो तुलसी की 10 पत्तियों के साथ वासा (अडूसा या वासक) का 250 मिलीलीटर पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर लें। रोज़ सुबह ये काढ़ा पीयें और मास्क पहनकर घर से बहार निकलें। 

जानिए कैसे आपकी भूख कम कर रहा है प्रदूषण..

अगर इन दिनों आपको भूख लगनी कम हो गयी है तो ये प्रदूषण का ही एक साइड इफेक्ट हो सकती है। भूख नहीं लग रही है तो बराबर मात्रा में मुनक्का (बीज निकाल दें), हरड़ और चीनी को पीसकर चटनी बना लें। इसे पांच से छह ग्राम की मात्रा में (एक छोटा चम्मच) , थोड़ा सा शहद मिला कर खाएं। पेट को आराम मिलेगा।

4. सर्दी-खांसी के लिए:
खांसी प्रदूषण के अलावा बदलते मौसम की वजह से भी हो सकती है। नमक की लगभग 100 ग्राम एक डली को चिमटे से पकड़कर सीधे आग पर या तवे पर अच्छी तरह गर्म कर लें। जब लाल होने लगे तब गर्म डली को तुरंत आधा कप पानी में डुबोकर निकाल लें और नमकीन गर्म पानी को एक ही बार में पी जाएं। ऐसा नमकीन पानी सोते समय लगातार दो-तीन दिन पीने से खांसी, विशेषकर बलगमी खांसी से आराम मिलता है। नमक की डली को सुखाकर रख लें एक ही डली को बार बार इस्तेमाल किया जा सकता है। 

5. बैठे हुए गले के लिए मुलेठी पाउडर:
मुलेठी के पाउडर को पान के पत्ते में रखकर खाने से बैठा हुआ गला ठीक हो जाता है या सोते समय एक ग्राम मुलेठी के चूर्ण को मुख में रखकर कुछ देर चबाते रहे। फिर वैसे ही मुंह में रखकर सो जाएं। सुबह तक गला साफ हो जायेगा और गले के दर्द और सूजन में भी आराम मिलेगा। 

जानिए किस तरह आपकी स्किन भी है खतरे में…

तुलसी की 21 पत्तियां साफ़ सिलबट्टे पर चटनी की तरह पीस लें और से 10 से 30 ग्राम मीठी दही में मिलाकर रोज़ सुबह खाली पेट खाएं। ध्यान रहे की दही खट्टी नहीं होनी चाहिए। दही की जगह शहद का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। छोटे बच्चों को आधा ग्राम तुलसी की चटनी शहद में मिलाकर दें। इसे खली पेट लें और आधे घंटे बाद ही नाश्ता करें। 

7. हाथ-पैर फटने लगे हैं तो:
प्रदूषण का असर सिर्फ आपके गले पर ही नहीं बल्कि आपकी स्किन पर भी होता है। इसका जो सबसे पहला असर है वो आपको हाथ-पैर की स्किन का रंग बदलने और उसके फटने में दिखाई देगा। अगर ऐसा हो रहा है तो नाभि में रोज़ सरसों का तेल लगाएं इससे होठ नहीं फटेंगे। इसके आलावा जहां की स्किन का रंग बदल रहा है या स्किन फट रही है तो वहां जैतून के तेल से मालिश करें। 

8. गले के लिए सौंफ भी है उपाय: 
खाना खाने के बाद दोनों वक्त आधा चम्मच सौंफ चबाने से मुंह की कई बीमारियां आपसे दूर रहती हैं।  इससे गले को भी आराम मिलता है और सूखी खांसी दूर होती है, बैठी हुई आवाज़ खुल जाती है साथ ही गले की खुश्की ठीक होती है और आवाज मधुर हो जाती है। 

 
 

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