इंदौर. मंगलवार को एक मां ने पहले अपने दो मासूम बच्चों का गला घोंट दिया। फिर खुद भी फंदे पर झूल गई। तीनों की मौत हो गई। महिला ने सीए शिवराज चौहान के नाम ढाई पेज का एक सुसाइड नोट छोड़ा है। इसमें उसने पति सहित देवर, देवरानी व अन्य ससुराल वालों को मौत का जिम्मेदार बताया। उसने लिखा है कि पति मायके से पांच लाख रुपए लाने के लिए मारपीट करते थे। बार-बार घर छोड़कर भाग जाते थे। आखिर कब तक बर्दाश्त करती।बंद कमरे में छात्र-छात्रा ने लगाई फांसी, बाहर से लगा था तालापीलीभीत: दहेज नहीं मिलने पर विवाहिता को फांसी पर लटकायाछेड़खानी मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार, परेशान युवती ने लगाई थी फांसीमैं श्रद्धा पति योगेश जाट अपने बेटे और बेटी की हत्या कर खुद आत्महत्या कर रही हूं। तीनों की मौत के जिम्मेदार पति, देवर लखन जाट, देवरानी दीपिका जाट, ननद कविता, नंदोई किशोर, नानी सास व मौसी सास (जो कि ग्वालियर में रहते हैं) हैं। मेरी शादी को चार साल हुए हैं, चार सालों में पति पांच बार मुझे और बच्चों को छोड़कर भाग चुका है। आए दिन पति दहेज के लिए परेशान करता है। देवर व नंदोई पति को गांधीनगर में शराब पिलाते हैं और फिर वे पैसों की मांग करते हैं। मेरी बहन-जीजा, मौसी जो कि शिप्रा में रहती हैं वह इनके संपर्क में रहते हैं। पति 6-6 महीने गायब रहता है। मेरे पापा हाथ-पैर जोड़कर जैसे-तैसे मेरे पति का पता लगाकर बुलाते हैं। कुछ महीने वह ठीक रहता है फिर रु. मांगने लगता है। जब कुछ नहीं मिलता तो फिर भाग जाता है।बार-बार भागने की आदत से मैं परेशान हो चुकी हूं। अब मुझसे बर्दाश्त नहीं होता, इसलिए बच्चों के साथ आत्महत्या कर रही हूं। पति इस बार मेरे पांच लाख के गहने जो गोदरेज के लॉकर में रखे थे, लेकर भाग गया। कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पापा के घर गई थी। वहां से लौटी तो सामान बिखरा पड़ा था। मकान मालिक से पता चला पति तीन दिन से घर नहीं आया और अब वापस आने वाला भी नहीं है। अब मम्मी-पापा को और दु:ख नहीं देना चाहती हूं। अब आपसे यही विनती है कि मेरे दोषियों को सख्त सजा मिले। मैं मम्मी, आई व पापा सबसे बहुत प्यार करती हूं। आप लोगों को और परेशान नहीं करूंगी, मुझे माफ करना। मैं अपनी जान से प्यारे बच्चों की जान ले रही हूं, पापा आप गुस्से में कोई गलत कदम मत उठाना, बस इन सभी दहेज लालचियों को सजा जरूर दिलवाना।रे आदमी (पति) को वह चाहे जिस दुनिया में छिपा हो उसे यहां लाकर सबक जरूर सिखाना। उसे दारू पीने का बहुत शौक है, उसको जी भरकर दारू पिलाना। उसको भागने का शौक बहुत है, मेरी दिल से इच्छा है कि उसके पैर तोड़ दिए जाएं, ताकि वह कभी न भाग सके और किसी और लड़की की जिंदगी बर्बाद न हो। पापा आपको जन्मदिन मुबारक हो, मम्मी को परेशान मत करना। अगर फिर संसार में जन्म लूं तो आपके ही यहां चाहूंगी। पापा इस भगौड़े का पता लगाकर मोस्ट वांटेड के पर्चे शहर में लगाना, मैं चाहती हूं कि इसकी जिंदगी नर्क बन जाए। महावीर मार्ग में जो घर है जो गिरवी रखा है वह किसी भी हालत में इनको ना मिले, मेरी आत्मा को तभी शांति मिलेगी जब यह लेटर मेरे घरवालों को पढ़ाया जाए। मम्मी-पापा मैं आपको बहुत प्यार करती हूं। यही उम्मीद है कि मेरे हत्यारों को सजा जरूर दिलवाएंगे।