बाबा साहब होते तो मायावती उन्हें भी निकाल फेंकतीं : शिवपाल
यादव लखनऊ में 7 कालिदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास पर 92 वर्षीय वरिष्ठ समाजवादी व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित रामकिशन शर्मा को सम्मानित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मायावती ने बाबा साहब के मिशन को कमजोर करते हुए उनके अनुयाइयों को छला है। कुछ दिन पहले मायावती ने आरोप लगाया था कि लोहिया होते तो वह जन्मदिन पर इतना पैसा खर्च करने वाले मुलायम सिंह को समाजवाद से निकाल देते।
उन्होंने कहा कि 1954 में लोहिया के आवाहन पर नेता जी ने नहरों के पानी पर लगने वाले कर को घटाने के लिए गिरफ्तारी दी थी, इसीलिए अब जब सपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनी तो उसने नहरों से सिंचाई को बिल्कुल मुफ्त कर दिया।
कार्यक्रम को समाजवादी चिंतक व इंटरनेशनल सोशलिस्ट काउंसिल के सचिव दीपक मिश्र, पूर्व विधायक हुकुम चन्द तिवारी ने भी संबोधित किया। शिवपाल ने कहा कि मायावती ने मुख्यमंत्री रहते हुए बाबा साहब के एक भी सोच को मूर्तरूप नहीं दिया।
उल्टे उन्होंने डॉ. अंबेडकर और बसपा के संस्थापक कांशीराम के कई करीबियों व दलित मूवमेंट के नेताओं को बसपा से बाहर निकाल फेंका। मायावती ने दलितों के लिए कुछ नहीं किया।