बार-बार पड़ते हैं बीमार तो इस्तेमाल कीजिए ये पत्ते, हर रोग हो जायेगा दूर…
कई बार देखने में आता है कि कई बीमारियां लाइलाज सी हो जाती है। ऐसा नहीं है कि उनका इलाज नहीं है लेकिन रोगी बार-बार उनसे पीड़ित होता है।
एलर्जी हो सर्दी हो या फिर पेट से जुड़ी कोई समस्या कई बार इन बीमारियों का इलाज कई तरह की चिकित्सा पद्धति में भी नहीं हो पाता। ऐसे में रोगी तो परेशान होता ही है बल्कि ये छोटी सी बीमारियां मानसिक रूप से फ्रस्ट्रेशन भी हो जाता है। लेकिन ऐसी ही मौसमी और कई तरह की बीमारियों में कुछ पत्ते बेहद लाभकारी होते हैं। आइए जानते हैं किस तरह के पत्ते होते हैं ये और कैसे पहुंचाते हैं कई तरह की बीमारियों में राहत?
नीम, तुलसी, बबूल, बड़ और बेर के पत्तों में कई औषधीय गुण होते हैं। ये पत्ते कई तरह की बीमारियों में घरेलू नुस्खों के तौर पर इस्तेमाल होते हैं। चर्मरोग से लेकर मंसूड़ों की समस्या और बालों के झड़ने की दिक्कत तक में ये पत्ते अंग्रेजी दवाओं से ज्यादा कारगर साबित होते हैं। आइए इन पांच पत्तों के औषधीय फायदे जानते हैं…
नीम का पत्ता बेहद लाभकारी होता है। अगर आप सुबह खाली पेट नीम के 10-12 पत्तियों को पीसकर पीते हैं तो आपको कभी चर्मरोग नहीं होगा। इसके अलावा, नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर सिर धोने से बाल झड़ने की समस्या भी खत्म हो जाएगी। झुओं की समस्या में भी नीम के पत्ते फायदेमंद होते हैं।
तुलसी के पत्ते की चाय पीने से सर्दी-खांसी में आराम मिलता है। अगर आप रोज सुबह तुलसी के पत्ते की चाय पीते हैं या फिर नियमित तौर पर तुलसी के पत्ते खाते हैं तो आपको कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
नीम और तुलसी की ही तरह बबूल की पत्तियां भी बेहद लाभकारी होती हैं। बबूल की पत्तियों को पानी में उबालकर कुल्ला करने से दांत व मसूड़े मजबूत होते हैं।
नीम की ही तरह बेर की पत्तियां भी बाल झड़ने की समस्या से निजात दिलाती हैं। बेर की पत्तियों व नीम की पत्तियों को बारीक पीसकर नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाने से बाल मजबूत होते हैं और बाल झड़ने की समस्या भी दूर होती है।
नीम और बेर की ही तरह बड़ भी बालों के झड़ने में लाभकारी होते हैं। बड़ के दूध में नींबू का रस मिलाकर सिर पर लगाने और फिर धो लेने से बाल झड़ने की समस्या दूर हो जाती है।