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‘बिग थ्री’ का दबदबा नहीं होना चाहिए: मनोहर
मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष शशांक मनोहर ने क्रिकेट की वैश्विक संस्था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समिति (आईसीसी) में ‘बिग थ्री’ के एकाधिकार की आलोचना करते हुये शक्ति विभाजन में सभी राष्ट्रों की भूमिका सुनिश्चित करने की वकालत की है।
बीसीसीआई की तरफ से आईसीसी के पूर्व चेयरमैन एन श्रीनिवासन की जगह लेने के लिए प्रस्तावित शशांक मनोहर ने जोर देते हुए कहा कि आईसीसी के लगभग सभी प्रमुख पदों पर तीन राष्ट्रों भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का ही प्रभुत्व है जो कतई सही नहीं है।
मनोहर ने कहा ,” हमेशा से ही मेरा यह मानना रहा है कि आईसीसी एक वैश्विक इकाई रही है और इसमें व्यक्तिगत प्रभुत्व का बढऩा इसके भविष्य के लिये शुभ संकेत नहीं है। मुझे पूरी उम्मीद है कि मैं अपने कार्यकाल में इन चीजों में बदलाव की पूरी कोशिश करूंगा।”
बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा,” आप यदि देखेंगें तो पायेंगे कि आईसीसी की प्रमुख समितियों में शीर्ष स्थानों पर इन्हीं तीन देशों के प्रतिनिधियों का कब्जा है और इस वैश्विक संस्था की सभी आर्थिक और वित्तीय गतिविधियों का नियंत्रण इन्हीं देशों के हाथ में है जो सही नहीं है। मेरा मानना है कि क्रिकेट खेलने वाले प्रत्येक देश संस्था के अहम हिस्से हैं और उन्हें समान जिम्मेदारी दी जानी चाहिये। यही क्रिकेट और संस्था के उज्ज्वल भविष्य के लिये हितकारी है।”
मनोहर ने कहा,” बतौर आईसीसी प्रतिनिधि ही नहीं व्यक्तिगत रूप से भी मैं इस बात की पुरजोर कोशिश करूंगा कि इस संदर्भ में सुधार हो और मैं नहीं जानता कि भविष्य में क्या होगा।”
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष आईसीसी चेयरमैन श्रीनिवासन, जाइल्स क्लार्क और वैली एडवर्ड्स की कार्यकारी समित ने आय के वितरण से संबंधित एक मसौदे का प्रारूप पेश किया था जिसमें संस्था की कुल होने वाली आय में बीसीसीआई, इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) को बड़ी हिस्सेदारी दी थी।
मनोहर ने इस प्रारूप पर कड़ी आपत्ति जताते हुये कहा,” यह देखना अच्छा हो सकता है कि कुल आय में भारत की हिस्सेदारी 22 प्रतिशत है लेकिन मैं इस बात से कतई सहमत नहीं हूं कि धनवान क्रिकेट बोर्डों को और अधिक धनवान बनाया जाये जबकि निर्धन बोर्डो को कोई हिस्सेदारी ही नहीं मिले। यह संतुलन के हिसाब से बेहद बकवास है। मैंने इस संदर्भ में आईसीसी के वरिष्ठ अधिकारियों से भी बातचीत की है और उन्होंने भी इस पर सुधार करने पर अपनी सहमति जताई है।”