बिसाहड़ा में जो हुआ वह रुह कंपा देने वाला है : शहजाद
दस्तक टाइम्स/एजेंसी
गाजियाबाद. दादरी के जारचा कोतवाली क्षेत्र के गांव बिसाहड़ा में हुए बवाल और पीट-पीट कर इकलाख की मौत का मामला राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में पहुंच गया है। सामाजिक कार्यकर्ता और अधिवक्ता शहजाद पूनावाला ने बुधवार को इस संबंध में अपनी रिट राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में दायर की है। शहजाद पूनावाला ने बताया कि उनकी रिट आयोग ने स्वीकार कर ली है और उस पर तत्काल संज्ञान भी ले लिया है।शहजाद पूना वाला ने कहा कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे सांप्रदायिकता का सबसे बड़ा विकराल रूप माना है। इस संबंध में आयोग ने डीएम से बात कर घटना से संबंधित जानकारी और की गई कार्रवाई की मांग की है।शहजाद पूना वाला का कहना है कि बिसाहड़ा में जो हुआ वह रुक कंपा देने वाला है। इस पूरे प्रकरण में केवल वही लोग दोषी नहीं हैं जिन्होंने इकबाल की हत्या की। उनका कहना है कि इस प्रकरण में प्रदेश और केंद्र सरकार की जिम्मेदारी भी तय होनी चाहिए।इस प्रकरण में पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है। रिट दायर करने वाले शहजाद पूनावाला ने अपनी रिट के माध्यम से सभी 100 से अधिक आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। इसके अलावा घायल दानिश के इलाज और आर्थिक सहायता की मदद की मांग की गई है।बिसाहड़ा गांव में सोमवार रात गोवध को लेकर हुए बवाल में इकलाख की मौत के बाद गांव के मुस्लिम परिवार दहशत में हैं। फिलहाल गांव में तनावपूर्ण सन्नाटा पसरा है। जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा सुरक्षा का पूरा भरोसा दिलाए जाने के बावजूद बुधवार को करीब आधा दर्जन मुस्लिम परिवार अपने घरों पर ताला लगाकर गांव से चले गए। ग्रामीणों के अनुसार रहीमुद्दीन, गफ्फार, समसुद्दीन, निसार, मुस्ताक और सत्तार का परिवार गांव से किसी अन्य स्थान पर चला गया है।