नई दिल्लीः जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बीच मुलाकात में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी का मुद्दा छाया तो रहा लेकिन कोई समाधान निकल नहीं पाया. 30 मिनट तक राहुल गांधी और नीतीश कुमार के बीच अकेले में बातचीत हुई लेकिन तमाम बातें सुनने के बाद भी राहुल गांधी ने फिलहाल कुछ नहीं कहा। मुलाकात के शुरुआती 10 मिनट में बिहार कांग्रेस के प्रभारी सीपी जोशी भी साथ थे लेकिन सीपी जोशी के जाने के बाद करीब आधे घंटे तक राहुल और नीतीश की मुलाकात जारी रही। बिहार में महागठबंधन में जारी खींचतान के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वैसे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर दिल्ली पहुंचे थे लेकिन राहुल गांधी से भी उनकी मुलाकात हुई। सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी के साथ मुलाकात में उन्होंने सामाजिक राजनीतिक जीवन में शुचिता और ईमानदारी बरकरार रखने का हवाला तो दिया लेकिन राहुल गांधी ने तमाम बातों को सुनने के बाद भी कोई टिप्पणी नहीं की।कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव के इस्तीफे का चैप्टर अभी क्लोज नहीं हुआ है और नीतीश अभी भी हर हाल में इस्तीफा चाहते हैं।
गठबंधन जारी रहने पर सहमति
सूत्रों की माने तो राहुल गांधी और नीतीश कुमार की मुलाकात में महागठबंधन को हर हाल में जारी रखने पर सहमति बनी। राष्ट्रीय स्तर पर भी गठबंधन को बढ़ाने पर चर्चा हुई। नीतीश कुमार वैसे भी नैरेटिव विकल्प अपनाने की सलाह कांग्रेस को दे चुके हैं। माना जा रहा है राष्ट्रीय स्तर पर सभी दलों को साथ लेकर देशव्यापी गठबंधन बनाने पर भी दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई। नीतीश कुमार ने कुछ दिनों पहले कहा भी था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यदि चुनौती देना है तो वैकल्पिक एजेंडा और कार्यक्रम लेकर जनता के बीच जाना होगा।
जदयू का स्टैंड नहीं होगा समझौता
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी की माने तो तेजस्वी यादव के मुद्दे पर किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है। केसी त्यागी ने यूपीए टू कार्यकाल का हवाला देकर भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी के मामले पर जद यू कभी पीछे नहीं हटेगा। राष्ट्रीय महासचिव के अनुसार तेजस्वी के मुद्दे पर नीतीश यदि गरम नहीं है तो वे नरम भी नहीं हैं।