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बेटी तुझे सलाम, 8 साल की उम्र में ही देश में कमा लिया नाम

mannat-569880b33bd22_exlstकहते हैं कि अगर दिल में कुछ कर गुजरने की ख्वाहिश हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता। इसी की मिसाल दी है हिमाचल के चंबा जिले के जुलाहकड़ी मोहल्ला की आठ साल की मन्नत बयाल ने। माता-पिता की प्रेरणा से तीन साल पहले जूडो कराटे का प्रशिक्षण शुरू करने वाली मन्नत की मेहनत रंग लाई है।

महज आठ साल की आयु में मन्नत को ब्लैक बेल्ट की उपाधि से नवाजा गया। हाल ही में कांगड़ा में आयोजित कैंप के दौरान मन्नत को ब्लैक बेल्ट की उपाधि मिली। मन्नत की इस सफलता से उसके परिजन और चंबा जिला गौरवान्वित है।

इतनी छोटी आयु में ऐसा मुकाम हासिल कर चंबा का नाम आगे बढ़ाया है। राइजिंग स्टार स्कूल चंबा में तीसरी कक्षा में पढ़ रही ब्लैक बेल्ट मन्नत बयाल के अनुसार तीन साल पूर्व दिल्ली में एक लड़की के साथ बहुत बुरा हुआ था।

तब से उसके माता-पिता उसकी काफी चिंता करने लगे। उन्होंने उसी समय मन्नत को जूडो कराटे सीखने की प्रेरणा दी। मन्नत के प्रशिक्षक धीरज के अनुसार, मन्नत ने ब्लैक बेल्ट का टेस्ट पास किया। चंबा की यह लड़की पूरे भारत में सबसे कम आयु की ब्लैक बेल्ट बनी है। आज के परिवेश में लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं। इसलिए लड़कियों को विशेषकर इस कला में निपुण करने का कार्य वह कर रहे हैं। युवकों को भी इस कला से जोड़ा जा रहा है।

चंबा में जूडो कराटे का प्रशिक्षण ले रही एक अन्य युवती नीलम के अनुसार, वह पिछले 10 साल से इस कला से जुड़ी हैं और कई अवार्ड ले चुकी हैं। उनके अनुसार वह सबको संदेश देना चाहती हैं कि लड़कियां काफी मजबूत हैं। नीलम भी मन्नत के जज्बे को सराहती हैं। मन्नत के दादा दर्शन सिंह ब्याल के अनुसार, उन्हें काफी खुशी है कि उनकी पोती ने ब्लैक बेल्ट हासिल की है।

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