व्यापार

ब्राह्मणी रिवर पेलेट्स में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगी जेएसडब्ल्यू टेक्नोलाजी

मुंबई (एजेंसी)। जेएसडब्ल्यू ग्रुप की कंपनी जेएसडब्ल्यू टेक्नो प्रोजेक्ट्स मैनेजमेंट लिमिटेड ओडिशा की आयरन ओर पेलेट मैन्युफैक्चरर्स ब्राह्मणी रिवर पेलेट्स में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगी। कंपनी इसके लिए 1,000 करोड़ का निवेश करेगी। इससे पहले जेएसडब्ल्यू की विरोधी कंपनी टाटा स्टील ने एग्रीमेंट की कुछ शर्तों को पूरा नहीं करने के चलते कंपनी को खरीदने का प्रस्ताव वापस ले लिया था। जेएसडब्ल्यू ग्रुप के हेड सज्जन जिंदल के लिए यह डील फायदेमंद हो सकती है।ब्राह्मणी रिवर पेलेट्स में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगी जेएसडब्ल्यू टेक्नोलाजी

ग्रुप स्ट्रेस्ड स्टील एसेट्स मोनेट स्टील और भूषण स्टील को भी खरीदने के लिए मैदान में है। मोनेट स्टील और भूषण स्टील ईस्टर्न रीजन में हैं जबकि जेएसडब्ल्यू का अधिकतर कामकाज साउथ और वेस्ट के राज्यों से ऑपरेट होता है। यह भी एक कारण है कि कंपनी ईस्टर्न रीजन में अपने कामकाज को बढ़ाना चाहती है। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट सर्विस देने वाली वाली जेएसडब्ल्यू टेक्नो ने एक बयान में कहा,आर्यन माइनिंग एंड ट्रेडिंग कॉरपोरेशन से 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए एग्रीमेंट किया जाएगा।अभी इसके अप्रूवल के लिए हम कॉम्पटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। जैसे ही हमें इसके लिए फाइनल मंजूरी मिल जाएगी,हम बाकी औपचारिकता भी पूरी कर लेंगे।

बीआरपी,एएमटीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है,जिसकी मेजॉरिटी हिस्सेदारी पूर्ण ब्रिटिश कमोडिटी ट्रेडर स्टेमकॉर ग्रुप के पास है। बाकी की 27 प्रतिशत हिस्सेदारी कोलकाता के संजय सर्राफ फैमिली के पास है। सूत्रों के मुताबिक जेएसडब्ल्यू हिस्सेदारी हासिल करने के लिए 1,000 करोड़ का इनवेस्टमेंट कर सकती है। कंपनी ने पिछले 18 महीनों से इस डील पर अपनी नजर बना रखी है।

लेकिन, पिछले साल जब दिसबंर में टाटा स्टील ने आगे बढ़कर इस डील के लिए एग्रीमेंट कर लिया था, तब जेएसडब्ल्यू ने अपने कदम वापस खींच लिए थे। टाटा स्टील 900 करोड़ रुपये में कंपनी की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करना चाहता था। अगर यह डील सफल होती है तो जेएसडब्ल्यू ग्रुप ईस्ट में 4 एमटीपीए पेलेट को ओडिशा के जैजपुर में ऑपरेट कर पाएगा। इसके अलावा कंपनी को ओडिशा के बारबिल प्लांट में 4.7 एमटीपीए आयरन ओर का भी फायदा मिलेगा। कंपनी इसके अलावा 230 किलोमीटर वाली स्लरी पाइपलाइन को पेलेट प्लांट से कनेक्ट भी कर सकती है।

विशलेषकों के मुताबिक जेएसडब्ल्यू ग्रुप यदि स्ट्रेस्ड एसेट्स मॉनेट इस्पास एंड एनर्जी और भूषण स्टील को खरीदने में सफल रहती है तो उसे ब्राह्मणी रिवर पेलेट्स सौदा का बड़ा फायदा मिल सकता है। विशेषज्ञ के मुताबिक अगर जेएसडब्ल्यू की बिड को मोनेट इस्पात के लिए स्वीकार कर लिया जाता है तो वह कैप्टिव पेलेट प्लांट के साथ ईस्ट रीजन में अपना कामकाज शुरू कर सकती है, जो उसे फीडस्टॉक देगा। इसके अलावा कंपनी ने भूषण स्टील को खरीदने में भी अपनी दिलचस्पी दिखाई है।

Related Articles

Back to top button