‘ब्लू व्हेल’ गेम पर लगाम लगाने बाल अधिकार संरक्षण आयोग आया आगे
भोपाल: मध्यप्रदेश के इंदौर में जानलेवा ऑनलाइन गेम ‘ब्लू व्हेल के प्रभाव में आकर एक बच्चे की आत्महत्या की कोशिश का मामला सामने आने के बाद अब मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग भी बच्चों को जागरुक करने आगे आया है। आयोग स्कूली बच्चों को इस जानलेवा खेल के पंजे से बचाने और उन्हें जागरुक करने के लिए 22 अगस्त को राजधानी भोपाल में एक बाल संसद का आयोजन करेगा, जिसमें बच्चे स्वयं दूसरे बच्चों को जागरुक करेंगे। बाल संसद के लिए भोपाल के करीब साढ़े पांच सौ से भी ज्यादा बच्चे इन दिनों तैयारियों में जुटे हुए हैं। आयोग के अध्यक्ष डॉ राघवेंद्र शर्मा ने दूरभाष पर बताया कि बच्चों को इस गेम के फेर में न पडऩे के प्रति जागरुक करने और सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों से दूर रखने के लिए 22 अगस्त को राजधानी में बाल संसद आयोजित होगी। इसमें बच्चे ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य बनेंगे। बाल संसद में बच्चों की समस्याओं, उनसे जुड़े कानूनों, परीक्षा के तनावों और आसन्न खतरे ब्लू व्हेल गेम समेत सोशल मीडिया से जुड़े सभी खतरों पर विचार-विमर्श होगा।
उन्होंने बताया कि बाल संसद के लिए भोपाल के नामी निजी स्कूलों समेत बहुत से सरकारी स्कूलों के बच्चे इन दिनों अभ्यास में जुटे हैं। आयोग की कोशिश है कि इस प्रकार की संसद प्रदेश के सभी संभागों में आयोजित कराई जाए। इसके पहले मध्यप्रदेश सरकार भी बच्चों को इस मायाजाल से बचाने कदम उठा चुकी है। स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को इस बारे में बच्चों को जागरुक करने और इस पर प्रतिबंध लगाने को कहा है। प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से भी आग्रह किया है कि इस गेम पर प्रतिबंध लगाया जाए। दुनिया भर में बच्चों की जान लेने के लिए कुख्यात होते जा रहे ब्लू व्हेल गेम के फेर में पड़ कर इंदौर में चार दिन पहले कक्षा सात के एक छात्र ने गेम संचालकों की चुनौती स्वीकार करते हुए अपने स्कूल की तीसरी मंजिल से कूदने की कोशिश की थी, हालांकि उसके सहपाठियों और शिक्षकों ने समय रहते उसे बचा लिया था।
इस गेम के फेर में पड़ कर महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई और पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर में दो बच्चे अपनी जान दे चुके हैं। बताया जा रहा है कि करीब 50 दिन के इस गेम में बच्चों को विभिन्न चुनौतियां दी जाती हैं, जिन्हें पूरा करने के बाद अंतिम चरण में उन्हें जान देने को कहा जाता है। उन्हें इसके लिए तरीका भी बताया जाता है। ये टास्क पूरा नहीं करने पर उन्हें उनके माता-पिता को नुकसान पहुंचाने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया जाता है।