ओडिशा के एक अवैध शेल्टर होम में यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है. अवैध शेल्टर होम को ढेंकनाल शहर के बाहरी क्षेत्र में बनाया गया था. यहां रहने वाली नाबालिग लड़कियों ने प्रभारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
भाषा के मुताबिक, ओडिशा महिला एवं बाल विकास मंत्री प्रफुल्ल समल ने बताया कि यह निजी शेल्टर होम पंजीकृत नहीं है और इसे गैरकानूनी रूप से चलाया जा रहा है. पुलिस ने बताया कि यह मामला उस वक्त प्रकाश में आया, जब हाल ही में कुछ लड़कियों ने मीडिया से बातचीत में शेल्टर होम के प्रभारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया.
लड़कियों ने कहा था कि प्रभारी सीमांचल नायक पिछले दो साल से उनका यौन उत्पीड़न कर रहा है, उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है. उन्होंने डर और शर्म की वजह से किसी को यह बात नहीं बताई.
ढेंकनाल के उपमंडल पुलिस अधिकारी अब्दुल करीम ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और शेल्टर होम के मालिक एवं प्रबंध निदेशक फैयाज रहमान को पकड़ने के प्रयास जारी हैं.
शेल्टर होम में 94 लोगों के रहने की क्षमता है. अभी यहां 47 लड़कियां और 34 लड़के रह रहे हैं. जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य निरंजन मिश्रा ने बताया कि लड़के और लड़कियों की आयु पांच से 16 वर्ष के बीच है.
जिला बाल संरक्षण अधिकारी अनुराधा गोस्वामी और जिला बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने ढेंकनाल शहर के बाहरी इलाके बेलटिकरी स्थित शेल्टर होम पर शुक्रवार को छापा मारा था.
डीसीपीओ गोस्वामी ने बताया कि शेल्टर होम ने जुवेनाइल जस्टिस कानून के प्रावधानों का उल्लंघन किया और वह बेलटिकरी में एकांत स्थान पर गैरकानूनी रूप से चल रहा है.
नायक ने लड़कियों द्वारा लगाए आरोपों से इनकार किया है और कहा कि लड़कियों ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह शेल्टर होम में अनुशासन लागू करने की कोशिश कर रहे थे.