डॉक्टरों की लापरवाही ने फिर एक बार एक मासूम की जिंदगी छीन ली. ब्लड कैंसर से पीड़ित चल रही 10 वर्षीय बच्ची जो कथित तौर पर खून चढ़ाए जाने के बाद एचआईवी पॉजिटिव पाई गई थी. बुधवार को उसकी मौत हो गई. चिकित्सा अधीक्षक राम लाल ने बताया कि लड़की न्यूमोनिया से पीड़ित थी और उसकी मौत केरल के अलप्पुझा मेडिकल कॉलेज में बुधवार की सुबह हो गई. उन्होंने बताया , ‘मरीज को ब्लड कैंसर था और इसी वजह से उसकी मौत हुई.’
वहीं बच्ची के परिवारवालों का आरोप है कि रीजनल कैंसर सेंटर (आरसीसी), तिरुवनंतपुरम में पिछले साल उसे खून चढ़ाया गया था, जिसके बाद वह एचआईवी पॉजिटिव पाई गई थी. लड़की के पिता का आरोप है कि पिछले साल मार्च में आरसीसी में इलाज के दौरान कुछ गलतियां हुई थी. बच्ची की मौत के बाद सवाल ये उठ रहा है कि HIV पॉजिटिव ब्लड बच्ची को चढ़ाया क्यों गया और खून चढ़ाने से पहले इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई, क्योंकी रक्त चढ़ाने से पहले उसके कई तरह के परिक्षण किये जाते है साथ ही ब्लड के पाउच पर भी रिपोर्ट में साफ साफ ये मैंशन होता है कि रक्त HIV रहित है.
मामले में अस्पताल प्रबंधन, डॉक्टर्स और लैब सभी शक के दायरे में है. मामला संगीन होता जा रहा है. अगर ये महज एक लापरवाही भी है तो एक मासूम की जान चली जाना मामूली बात नहीं है और इतनी बड़ी लापरवाही कई सवालों को भी जन्म दे रही है.