भाई की हत्या के बावजूद क्रिकेट विश्वकप खेलता रहा खिलाड़ी
लंदन : इंग्लैंड को पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनाने में तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने अहम भूमिका निभाई। अब यह बात सामने आई कि वर्ल्ड कप के दौरान जोफ्रा दुखद स्थिति से गुजर रहे थे क्योंकि उनके चचेरे भाई की गोली मारकर हत्या कर गी गई थी। जोफ्रा के चचेरे भाई एशांटियो ब्लैकमैन की 31 मई को पूर्वी बारबाडोस में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इंग्लैंड ने 30 मई को दक्षिण अफ्रीका को 104 रनों से हराकर वर्ल्ड कप में अपने अभियान की शुरुआत की थी। इसके अगले ही दिन जोफ्रा के 24 वर्षीय चचेरे भाई की गोली मारकर हत्या की गई थी। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद जोफ्रा सदमे में थे क्योंकि उन्हें इस भाई से बहुत लगाव था। इतने दुख के बावजूद जोफ्रा वर्ल्ड कप में इंग्लैंड की तरफ से खेलते रहे। वैसे इस घटना के कुछ दिन पहले ही उनकी एशांटियो से फोन पर बात भी हुई थी।
जोफ्रा ने इस वर्ल्ड कप में इंग्लैंड की तरफ से 11 मैचों में 20 विकेट लिए और वे एक वर्ल्ड कप में इंग्लैंड की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बने। उन्होंने फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ सुपर ओवर भी डाला था। जोफ्रा के पिता फ्रेंक ने बताया कि जोफ्रा और एशांटियो हम उम्र होने की वजह से एक-दूसरे के काफी करीब थे। इस हादसे के कुछ दिनों पहले ही उनकी बात हुई थी और अपने चचेरे भाई की मौत से जोफ्रा को सदमा लगा था लेकिन उन्होंने वर्ल्ड कप में खेलना जारी रखा था। जोफ्रा ने इस वर्ष मार्च में ही इंग्लैंड की तरफ से खेलने की पात्रता हासिल की थी।