भाजपा राष्ट्रवादी नहीं अवसरवादी : राज बब्बर
झांसी : महानगर में स्थित एक विवाह घर में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी का जन्म शताब्दी वर्ष मनाया गया। इस दौरान देश व प्रदेश कांग्रेस के कद्दावार नेताओं ने भाग लेकर इंदिरा गांधी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फिल्म अभिनेता व उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राज बब्बर ने वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई और इंदिरा गांधी में एकरूपता का चित्रण किया। आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने कहा कि मैं बुंदेलखंड की धरती को प्रणाम करने आया हूं। यह एक संयोग ही है कि महारानी लक्ष्मीबाई का जन्म दिन और स्व. इदिरा गांधी का जन्म दिन एक तारीख यानि 19 नवंबर है। कालातीत के पन्ने पलटते हुए राजबब्बर ने कहा कि याद करो जब अंग्रेज झांसी आये, यहां पर ऊंचे-ऊंचे महल बनाया,उनकी सोच थी ऐसा करेंगे कि यहां के लोग हमेशा इमरतों को देख शासन को याद करेंगे।
लेकिन जब अंग्रेजों ने रानी की तमतमाती तलवार को देखा तो उनके पसीने छूट गये। उसी वीरो भूमि झांसी में मैं गुजारिश करने आया कि इंदिरा गाँदी और रानी को याद करो तो उनमें समरूपता नजर आयेगी। उन्होंने कहा कि रानी समानता की पक्षधर थी इसी लिए उनकी सेना का नेतृत्व खुदाबख्श ने किया। रानी जितना विश्वास भऊ, मोरापंत पर करती थी उतना ही विश्वास गुलामगौस खां पर करती थी। अतीत में बराबरी करोगो तो दोनों में कई समानता मिलेगी। इदिरा गांधी के लिए भाई चारा,एकता में ही ताकत थी। यह उन्होंने साबित करके दिखाया। रानी ने अंग्रेजों से लड़ते हुए वीरगति पाई और इंदिरा गांधी ने देश की आन बान शान के लिए अपनी कुर्वानी दे दी।
राज बब्बर ने भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि यह छदम राष्ठ्रवादी लोग आप को राष्ट्रवाद,नारों,देशभक्ति के नाम पर गुमराह करते हुए डराते हैं। मै जानना चाहता हूं कि भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस क्या देश भक्त नहीं है। भाजपा की नजर में अगर हैं तो वह उनकी सोच से उनकी विचारधार अलग थी। उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रवादी नहीं अवसरवादी है। नारे लगाकर सत्ता पर काबिज होना चाहती है। उन्होंने कहा कि अपने को गरीब मानते हैं लोग, 15 लाख का सूट पहनने वाले गरीब लोग हैं यह।,इसके अलवा गुलाम नवी आजाद, प्रदीप जान आदित्य आदि ने भी अपने विचार रखे।