दिल्ली

भारत में पहली बार एम्स ने लगाया आधुनिक घुटना, चलेगा 30 साल

aiims-538b6e3c39120_exlstअमेरिका के सेंट पीटर्स यूनिवर्सिटी अस्पताल के ऑर्थोपेडिक सर्जन की मदद से एम्स में भर्ती एक महिला मरीज के घुटने का प्रत्यारोपण नए डिजाइन से अमेरिका में तैयार किए गए आधुनिक घुटने से किया गया है। नए डिजाइन से तैयार घुटने का प्रयोग पहली बार किया गया है।
अमेरिका और एम्स के डॉक्टरों का दावा है कि यह वास्तविक घुटने की तरह काम करता है और इसकी आयु 30 वर्ष के करीब है। अमेरिका के सेंट पीटर्स यूनिवर्सिटी अस्पताल के ऑर्थोपेडिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. अल्फ्रेड ट्रिया ने कहा कि पहली बार इस डिजाइन से तैयार घुटने का प्रयोग भारत में किसी मरीज पर किया गया है।

नए डिजाइन से तैयार आधुनिक घुटना ऑक्सीडाइज्ड जरकोनियम से तैयार किया गया है। घुटने का निचला हिस्सा प्लास्टिक और टाइटेनियम जबकि ऊपरी हिस्सा जरकोनियम से तैयार किया गया है। डॉ. ट्रिया ने बताया कि लैब में घसीट कर इस घुटने की स्टडी की गई है, जिससे स्पष्ट हुआ है कि यह घुटना कम से कम 30 वर्ष तक चलेगा।

 

उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक इस घुटने से ट्रांसप्लांट के बाद किसी भी मरीज की ओर से कोई शिकायत नहीं आई है। अमेरिका में इस डिजाइन का ईजाद वर्ष-2012 में किया गया था इसके बाद से अमेरिका सहित विश्व के कुछ अन्य देशों में अभी तक करीब छह हजार सर्जरी की जा चुकी है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के ऑर्थोपेडिक्स विभाग के प्रोफेसर डॉ. राजेश मल्होत्रा ने बताया कि नए डिजाइन से तैयार यह नी वास्तविक घुटने की तरह ही है और ट्रांसप्लांट के बाद मरीज को उठने-बैठने में कोई दिक्कत नहीं होगी।

मरीज खेलकूद भी कर सकता है। नए डिजाइन से तैयार इस घुटने से शुक्रवार को एम्स में पहली सर्जरी की गई। दिल्ली निवासी बरसा बंसल (50) के दाएं घुटने को प्रत्यारोपित किया गया है। इस घुटने की कीमत दो लाख 10 हजार रुपये है जो आम घुटने से करीब एक लाख रुपये ज्यादा है।

 

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