भूत बाधा को दूर करने के लिए घर में करें धुएं का प्रयोग
हिन्दु धर्म में माना जाता है जिस घर में पूजा पाठ होता है उस घर में कभी नकारात्मक शक्ति का वास नहीं होता,ऐसे घर में भूत प्रेत का साया नही पड़ता। इसके साथ ही अगर घरों में कभी कभी धूनी जलाते हैं तो घर में नकारात्मक शक्ति का प्रभाव नहीं पड़ता है।
इसके साथ ही सनातन धर्म में धूनी लगाने की परंपरा प्राचीन समय से चली आ रही है। घर में धूनी जलाने का धार्मिक कारण है, पीछे वैज्ञानिक कारण माना गया है। इसके साथ ही धूनी का धूआं वातावरण को सकारात्मक उर्जा फैलेंगी। धूनी चलाने से वातावरण से सारी हानिकारक जीवों का अंत करता है, इसके साथ ही वातावरण पवित्र होता है।
प्राचीन समय में घर और मंदिर में धूनी जलाने की परंपरा रही है। धूनी से निकलने वाला धुआ ही घर के वातावरण को सकारात्मक उर्जा फैलता है। ऐसा करने से सकारात्मकता को बढावा मिलता है। धूनी के धुएं से परिवार में कलेश, दुख व रोग का भी अंत होता है। आज हम इस लेख में धुनी के धुएं के बारे में कुछ खास बातें के बारे मे बता रहें हैं।
- शास्त्रों में माना जाता है घर में सुबह के समय लोबान, गुग्गल, कपूर, देसी घी और चंदन जलाने के लिए गाय के कंडे की राख में धूनी जलाते है जिससे देवी-देवता की कृपा हमेशा घर में बनी रहती है।
- घर में रात के समय घी में कपूर डाल के जलाने से घर में नकारात्मकता फैलती हैं।
- गृह कलेश को दूर करने के लिए घर के मंदिर में घी का दीपक जला कर कपूर और अष्टगंध की सुगंध को पूरे घर में फैलाने से घर में सकारात्मकता आती है।
- घर के मंदिर में सुबह शाम कपूर जलाने से आर्थिक परेशानी का अन्त होता है।