अहमदाबाद। गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने अपील की है कि मंदिरों की जगह पर बच्चों के भोजन के लिए रसोईघर का निर्माण कीजिए। आनंदीबेन ने आज यहां भदाज गांव में गैर सरकारी संगठन ‘द अक्षय पात्र फाउंडेशन (टीएपीएफ)’ द्वारा निर्मित पूर्णतरू स्वाचित रसोईघर का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही।उन्होंने कहा, ‘‘यदि हम दोपहर का भोजन योजना के तहत बच्चों को बेहतर गुणवत्ता वाला भोजन उपलब्ध करा सके तो स्कूल छोडकर जाने की दर में भारी कमी आ सकती है। मेरा मानना है कि मंदिरों के निर्माण की बजाय बच्चों को खाना खिलाने वाले रसोईघरों को बनाना अधिक बेहतर होगा।’’ टीएपीएफ दो एकड में फैला एकीकृत रसोईघर संचालित करता है।15 करोड रुपये की लागत से बने इस रसोईघर को देश के बडे रसोईघरों में एक माना जाता है। इस रसोईघर में बडी मशीनों और बायलरों की मदद से पांच घंटे के भीतर दो लाख लोगों को भोजन तैयार किया जा सकता है। संस्था के अधिकारी चंचलपति दासजी ने बताया, ‘‘टीएपीएफ के इस रसोईघर में तैयार भोजन को स्कूली बच्चों को दोपहर भोजन योजना के तहत 100 किमी के दायरे में स्थित विभिन्न सरकारी स्कूलों और आगनवाडी में भेजा जायेगा।’’ मुख्यमंत्री ने राज्य में इस तरह के रसोईघरों को सार्वजनिक निजी भागीदारी में बनाने पर जोर देते हुए अपनी अगली योजना का ब्यौरा दिया जिसके तहत निजी फर्मों की मदद से शौचालयों का निर्माण करवाया जायेगा।