नई दिल्ली। देशभर में मंगलवार को मकर संक्रांति पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। श्रद्धालुओं ने स्नान पूजन के साथ-साथ पतंगबाजी नृत्य एवं दावत का आयोजन कर पूरे उल्लास के साथ मकर संक्रांति मनाई। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद वाराणसी एवं पश्चिम बंगाल के गंगासागर सहित हिमाचल प्रदेश और ओडिशा में श्रद्धालुओं ने सूर्य के उत्तरायण होने के पर्व मकर संक्रांति पर नदियों में पवित्र स्नान किया और पूजा अर्चना की। उत्तर प्रदेश के तीर्थराज प्रयाग में मंगलवार की शाम चार बचे तक साढ़े नौ लाख श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। चूंकि पवित्र स्नान की अवधि बुधवार सुबह 11.०8 बजे तक है अत: श्रद्धालुओं के पवित्र स्नान का सिलसिला बुधवार तक जारी रहेगा। इलाहाबाद में इसके साथ ही लगभग डेढ़ महीने तक चलने वाले माघ मेले का शुभारंभ मकर संक्रांति स्नान के साथ ही हो गया। वैसे उदयातिथि को मानने वाले बुधवार को संक्रांति स्नान करेंगे। संगम में पवित्र स्नान का पुण्य लाभ लेने आए लाखों श्रद्धालुओं ने भोर से ही गंगा में डुबकी लगानी शुरू कर दी। मेला प्रशासन ने स्नान के लिए एक दर्जन घाटों का निर्माण कराया था। शुरू में स्नान करने वालों की संख्या अपेक्षाकृत कम दिख रही थी। मगर सूर्य देव के चढ़ने के साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या बढ़नी शुरू हो गई।
मेला प्रशासन का दावा है कि मकर संक्रांति पर्व के पहले दिन शाम मंगलवार को चार बजे तक साढ़े नौ लाख स्नानार्थियों ने स्नान किया। मध्य प्रदेश में मकर संक्रांति के अवसर पर पवित्र स्नान के लिए सुबह से ही पवित्र नर्मदा बेताव और क्षिप्रा नदियों के तट पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। उज्जैन में श्रद्धालुओं ने क्षिप्रा नदी में डुबकी लगाई और बाबा महाकालेश्वर की पूजा-अर्चना करने के बाद गरीबों को खिचड़ी का दान भी दिया। मध्य प्रदेश में मकर संक्रांति के पर्व पर गिल्ली-डंडा प्रतियोगिता से लेकर पतंगबाजी का भी आयोजन किया गया।
इंदौर में गिल्ली डंडा प्रतियोगिता का उद्घाटन इलाके की सांसद सुमित्रा महाजन ने किया। उन्होंने गुड़ व तिल का भी वितरण किया। इस दौरान राजधानी भोपाल सहित अन्य स्थानों पर पतंगबाजी का भी आयोजन किया गया। ओडिशा में भी श्रद्धालुओं ने तालाबों और नदियों में पवित्र डुबकी लगाई और मंदिरों में दर्शन-पूजन किए। पुरी में इस अवसर पर तीन लाख से अधिक श्रद्धालु उमड़ पड़े और वे भगवान जगन्नाथ की विशेष पूजा देखने के लिए मंदिर पहुंचे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया ‘‘सुबह मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की लंबी कतार देखी गई।’’ पुरी जिले के तटीय शहर कोणार्क में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी और सूर्य के मकर संक्रांति पर उत्तरायण होने की वजह से उन्होंने भगवान सूर्य की उपासना की। लोगों ने इस अवसर चावल चीनी केला नारियल और काली मिर्च से विशेष पकवान बनाया और भगवान को अर्पित किया। कुछ लोगों ने एक दूसरे के बीच विशेष पकवान मकर चौला वितरित किया।
कई लोगों का मानना है कि मकर संक्रांति पर स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं।
मयूरभंज बालासोर क्योंझर और सुंदरगढ़ जिलों में जनजातीय लोगों ने मकर संक्रांति पर अलाव जलाया नृत्य किया और दावत का आयोजन किया। कटक और अन्य शहरों में पूरे उत्साह के साथ पतंगबाजी प्रतियोगिता आयोजित की गई।
गंजाम जिले में पोंगल के अवसर पर लोगों ने घर के बाहर रंगबिरंगी रंगोली बनाई। यहां बड़ी संख्या में तेलुगू समुदाय के लोग रहते हैं। तमिलनाडु में भी पोंगल की धूम रही।