ममता बनर्जी ने कहा-देश खतरनाक स्थिति में है क्योंकि बड़े पदों पर बैठे लोग नफरत फैला रहे
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश के अपने समकक्ष योगी आदित्यनाथ की ‘गोली बनाम बोली’ संबंधी हालिया टिप्पणी की आलोचना करते हुए सोमवार को कहा कि भारत एक ‘‘खतरनाक स्थिति’’ का सामना कर रहा है क्योंकि संवैधानिक पदों पर बैठे लोग नफरत फैलाने में व्यस्त हैं। ममता ने दावा किया कि जब कभी चुनाव नजदीक आते हैं तो भाजपा साम्प्रदायिक राजनीति करने में लग जाती है। उन्होंने कहा कि भाजपा न कभी किसानों की बात करती है न ही छात्रों की, उनका एकमात्र उद्देश्य देश को बांटना है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री यह कैसे कह सकते हैं कि बोली से नहीं मानेगा तो गोली चला दो’? मैंने पहले ऐसी टिप्पणी कभी नहीं सुनी। एक केंद्रीय मंत्री (अनुराग ठाकुर) ने भी कुछ ऐसा ही कहा। वे बस नफरत की राजनीति में लगे हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा, देश खतरनाक स्थिति से गुजर रहा है । उल्लेखनीय है कि योगी ने दिल्ली में एक रैली के दौरान यह कह कर विवाद छेड़ दिया कि जो लोग कांवरियों पर हमला करेंगे, उन्हें पुलिस की गोलियों का सामना करना पड़ेगा।
दिल्ली में आठ फरवरी को विधानसभा चुनाव हैं। ममता ने कहा कि भगवा पार्टी जामिया नगर, शाहीन बाग और दिल्ली के अन्य हिस्सों में सीएए विरोधी प्रदर्शनों से डरी हुई है।
उन्होंने कहा, एक कहावत है, जो डरते हैं वो मरते हैं और जो लड़ते हैं वो जीतते हैं।उन्होंने भाजपा को ‘अवसरवादियों की पार्टी’ बताते हुए कहा कि वे तोड़फोड़, गुंडागर्दी और उपद्रव को प्रोत्साहित करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘जिस तरीके से देश में शासन चलाया जा रहा, उसे लेकर मैं शर्मिंदा हूं। क्यों हमारी मातृभूमि अचानक ही हत्या के क्षेत्र में तब्दील हो गई?
ममता ने कहा- हमें युवा पीढ़ी पर भरोसा है
राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने यह भी कहा कि उन्हें संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिकता पंजी के खिलाफ चल रहे आंदोलन का नेतृत्व करने के लिए युवा पीढ़ी पर भरोसा है।
तृणमूल कांग्रेस का छात्र संगठन शहर में स्थित रानी रश्मोनी एवेन्यू पर सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर रहा है। बनर्जी ने शाम को प्रदर्शन स्थल का दौरा किया और छात्रों के साथ एकजुटता का भाव प्रदर्शित किया।
उन्होंने कहा, “मुझे गर्व है कि मैंने छात्र कार्यकर्ता के रूप में राजनीति में प्रवेश लिया। मैं नेताओं की एक नई पीढ़ी को उभरते हुए देखना चाहती हूँ… नई पीढ़ी ही सीएए और एनआरसी के विरोध में हो रहे प्रदर्शन का नेतृत्व करेगी। युवा देश को बचाने के लिए देश को बांटने वाली ताकतों से लड़ेगा। मुझे आप सब पर पूरा भरोसा है।”