कराची: सोमवार को मीडिया में आई एक खबर के अनुसार एक ऐसे व्यक्ति के तीन बैंक खातों के माध्यम से 460 करोड़ रुपए का लेन-देन होने की बात सामने आई है जो अपने नाम पर इन रहस्यमय खातों के खुलने से कई महीने पहले ही मर चुका था। जियो टीवी की खबर के मुताबिक कराची निवासी इकबाल आराइन का निधन 9 मई 2014 को हुआ था और उसकी मौत के बाद उसके नाम पर रहस्यमय ढंग से तीन बैंक खाते खोले गए। चैनल ने अपने सूत्रों के हवाले से कहा कि इन खातों से 460 करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ है। देशभर में कई व्यक्तियों के बैंक खातों में रहस्यमय तरीके से पैसे जमा होने के हाल ही के मामलों में यह सबसे नया है। देश की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ऐसे कई खातों की जांच कर रही है जिनका इस्तेमाल कुछ प्रभावशाली कारोबारियों एवं राजनेताओं द्वारा धनशोधन के लिए किया जा रहा है। एजेंसी को हाल ही में पता चला था कि शहर के एक ऑटोरिक्शा चालक के बैंक खाते में करीब 300 करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ है। चालक मुहम्मद राशिद को इस बड़े लेन-देन के बारे में तब पता चला जब एफआईए ने उसे स्पष्टीकरण के लिए समन भेजा था। मनी लॉन्ड्रिंग मामलों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा संयुक्त जांच इकाई (जेआईटी) की नियुक्ति के बाद एफआईए बड़े पैमाने पर हो रहे धन शोधन के मामलों की जांच कर रही है। कई मामलों में बड़े लेन-देन के लिए कुछ बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से गरीब लोगों के निष्क्रिय खातों को चालू कर देने की बात सामने आई है।