महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक में बाढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात समेत 10 राज्यों में भारी बारिश चेतावनी
नई दिल्ली : महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल समेत कई हिस्से बारिश और बाढ़ से बेहाल हैं। भारी बारिश के चलते केरल में कोच्चि एयरपोर्ट को रविवार दोपहर 3 बजे तक बंद करना पड़ा है। कर्नाटक के मेंगलुरु में भी छह उड़ानों का समय बदला गया। केरल में 22 हजार से ज्यादा लोग राहत शिविरों में पहुंचाए गए। सरकार ने शुक्रवार को स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी। वायनाड में भूस्खलन होने से दो लोगों की जान चली गई। एनडीआरएफ ने यहां 54 को रेस्क्यू किया। केरल के 8 और कर्नाटक के 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। मौसम विभाग ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत 10 राज्यों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। केरल के आठ जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। 48 घंटों तक बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं है। कुन्नूर, कोच्चि, कोझिकोड़, इडुक्की, मल्लापुरम, तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर में बारी बारिश का अलर्ट है। बाढ़ग्रस्त जिलों में 22 हजार से ज्यादा लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया। भारी बारिश के चलते कोच्चि एयरपोर्ट में पानी भर गया। रविवार दोपहर 3 बजे तक उड़ानें रोकी गईं। वायनाड जिले के मेप्पड़ी में भूस्खलन से दो लोगों की मौत हुई। मल्लापुरम में घर ढहने से परिवार के 4 लोग मारे गए। गुरुवार से अब तक बारिश से जुड़े हादसों में 14 लोगों की मौत हुई। कोच्चि में 110 मिलीमीटर बारिश होने से प्राचीन शिव मंदिर भी डूब गया। यहां पर फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू टीम बुलानी पड़ी।
महाराष्ट्र के 5 जिलों में गुरुवार को भारी बारिश से हुए हादसों में 25 लोगों की मौत हो गई। सांगली में 11, सातारा में 7, पुणे में 4, कोल्हापुर में 2 और सोलापुर में 1 व्यक्ति की जान गई। सांगली में 9 लोगों की मौत बाढ़ग्रस्त इलाके से सुरक्षित स्थान पर जाते समय हुई। उनकी नाव पलट गई थी। सांगली में इस साल सामान्य से 630% ज्यादा बारिश हो चुकी है। बाढ़ग्रस्त इलाकों से करीब 1.35 लाख लोगों को रेस्क्यू किया गया है। यहां 36 रेस्क्यू टीमें लगाई गई हैं। बंगाल की खाड़ी में बने मजबूत सिस्टम से भोपाल, खंडवा, होशंगाबाद, धार समेत कई जिलों में गुरुवार शाम से भारी बारिश हो रही है। गुरुवार को खरगोन 203 मिलीमीटर, धार में 204, मंडला में 178, खंडवा में 152, पंचमढ़ी में 155, गुना में 115, बुरहानपुर में 102 और भोपाल में 40 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने राजस्थन में 17 पूर्वी एवं दक्षिणी जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। बांसवाड़ा, भीलवाडा, बूंदी, चित्तौड़गढ़ और प्रतापगढ़ में अगले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर भारी और कुछ स्थानों पर अत्यधिक वर्षा होने का अनुमान है। उत्तराखंड के चमोली जिले के पदमा और फलदिया गांव में गुरुवार रात बादल फटने से करीब 12 घरों को नुकसान पहुंचा। एक महिला और बच्ची की मौत हो गई। वहीं गुजरात के छोटा उदेपुर के बाढ़ के हालात हैं। हिरन नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कर्नाटक में बारिश के चलते 30 में से 15 जिलों में बाढ़ के हालात हैं। राज्य में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। कृष्णा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। 51 तहसीलों में 44 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया। इनमें से 40 हजार सिर्फ बेलगावी से निकाले गए। 272 राहत शिविरों में करीब 17 हजार लोगों को रखा गया। मौसम विभाग ने शुक्रवार को 7 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। यहां अति वर्षा होने का अनुमान है। दूसरी ओर, तमिलनाडु में 100 परिवारों को रेस्क्यू किया गया है। ओडिशा में 13 ट्रेनें रद्द की गई हैं। मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में अति वर्षा और गोवा, तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गयी है। साथ ही पूर्वोत्तर, मध्य और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर क्षेत्रों में हवाएं 50 किमी की रफ्तार से चलने का अनुमान जताया है।