महिलाओं की तरह पुरुषों को भी होती है माहवारी, जानिए पुरुषों में इसके लक्षण
पीरियड्स शब्द को सुनने के साथ ही लोगों के मन में सबसे पहला ख्याल लड़कियों का आता है। लोगों को ऐसा लगता है कि पीरियड्स का सामना सिर्फ लड़कियों को करना पड़ता है। अगर आपको भी ऐसा लगता है कि पीरियड्स सिर्फ लड़कियों के होते हैं तो ऐसे में आप बिल्कुल गलत है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि हाल के दिनों में ही इस मुद्दे को लेकर किए गए एक रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि महिलाओं की तरह ही पुरुषों को भी पीरियड्स के दौरान होने वाले तकलीफों का सामना करना पड़ता है। महिलाओं की तरह ही पुरुषों का व्यवहार भी पीरियड्स के दौरान काफी ज्यादा बदल जाता है।
पीरियड्स को लेकर किए गए शोध में यह बात सामने आई है कि पुरुषों के हॉर्मोन्स में भी महिलाओं की पीरियड की तरह ही बदलाव आया करता है। पुरुषों के हार्मोन में आने वाले उन्हीं बदलावों की वजह से लड़कों का मूड अचानक से बदल जाता है। इसके साथ ही साथ उनके अंदर चिड़चिड़ापन की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है। हॉर्मोन में आने वाले इन्हीं बदलाव की वजह से लड़के कभी कभी काफी ज्यादा इमोशनल भी हो जाते हैं।
बहुत ज्यादा इमोशनल हो जाने की वजह से उनके शरीर में थकान भी होने लगती है। उन दिनों महिलाओं की तरह ही पुरुषों को भी किसी ऐसे व्यक्ति की जरूरत पड़ती है जो कि उसे इमोशनली सपोर्ट कर सके उसे समझ सके और उन्हें सहानुभूति प्रदान करें। हालांकि यह बात अलग है कि पुरुषों को महिलाओं की तरह पीरियड्स के दौरान सैनिटरी नैपकिन का प्रयोग नहीं करना पड़ता।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस सर्वे में जब महिलाओं से पुरुषों के व्यवहार के बारे में पूछताछ की गई तो ज्यादातर महिलाओं ने इस बात को स्वीकार किया कि पीरियड्स के दौरान उसके पति काफी ज्यादा चिड़चिड़ा स्वभाव के हो जाते हैं। कुछ महिलाओं के मुताबिक उन्होंने अपने पति में कुछ दिनों के अंतर के बाद ही इस तरह के लक्षण देखे हैं। वहीं कुछ महिलाओं की माने तो उनके पति महीने में कई बार काफी ज्यादा थका थका महसूस भी किया करते हैं। तो वहीं कुछ का मानना है कि उनके पति अचानक से उदास हो जाते हैं और उनका मूड भी बहुत जल्दी-जल्दी बदलने लगता है।
इस रिसर्च के बाद इस तरह का दावा भी किया गया है कि पुरुषों में आने वाले हार्मोनल चेंजेज की वजह से पुरुष अपने शरीर में हारमोंस के स्तर में काफी ज्यादा बदलाव को भी महसूस कर पाते हैं। युवावस्था के दौरान पुरुषों के शरीर में इस तरह के बदलाव बहुत ज्यादा देखे जाते हैं। शरीर में होने वाले हार्मोनल चेंजेज को सही तरीके से पहचानना पाने की वजह से टीनएजर्स उन बदलावों के पीछे की वजह किसी अन्य कारण को मान लेते हैं और बेवजह काफी ज्यादा परेशान रहने लगते हैं।