महिला वर्ल्डकप : अच्छे प्रदर्शन का तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी को मिला यह ‘तोहफा’


तेज गेंदबाज बनने की कहानी है दिलचस्प
अपने कद के कारण झूलन गेंदों को अच्छी उछाल देने में सफल होती हैं. पांच फुट 11 इंच लंबी झूलन की मां का नाम झरना तथा पिता का नाम निशित गोस्वामी है. झूलन के तेज गेंदबाजी शुरू करने की कहानी कम दिलचस्प नहीं हैं. बचपन में वे पड़ोस के लड़कों के साथ क्रिकेट खेला करती थीं. उस समय बेहद धीमी गेंदबाजी करने के कारण झूलन का मजाक बनाया जाता था. इससे उन्हें गेंदबाज बनने की प्रेरणा मिली. उन्होंने तेज गेंदबाजी में हाथ आजमाया और जल्द ही अपनी गेंदों की गति से लड़कों को भी चौंकने पर मजबूर करने लगीं.
झूलन की कद काठी तेज गेंदबाजी के लिहाज से आदर्श है. वनडे में सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज बनी झूलन गति के बावजूद गेंदों की लाइन-लेंथ पर नियंत्रण रखती हैं. उनकी छवि बेहद सटीक तेज गेंदबाज की है .झूलन सुबह 4.30 बजे उठकर नदिया से दक्षिण कोलकाता के विवेकानंद पार्क तक लोकल ट्रेन से जाया करती थीं, जहां कोच उन्हें क्रिकेट की ट्रेनिंग दिया करते थे.
पूनम राउत ने अपने बारे में यह बताया
एक दिन क्रिकेट खेलकर रात को देर से घर पहुंचने पर उनकी मां ने उन्हें कई घंटे घर के बाहर खड़े रखा था. झूलन गोस्वामी को ‘नदिया एक्सप्रेस’ के नाम से भी जाना जाता है. अपनी शानदार गेंदबाजी से वे कई बार भारत को जीत दिला चुकी हैं. (एजेंसी से इनपुट)