ज्ञान भंडार
मां के गर्भ में ही तय हो जाता है कि बच्चे की होगी कितनी उम्र और वह कमाएगा कितना पैसा
शास्त्रों में जीवन के कई सारे गूढ़ रहस्यों के बारे में बताया गया है। इन बातों को जानने से जीवन में आने वाली कई सारी उलझनों से पार पाया जा सकता है। आज हम भी शास्त्रों में बताई गई कुछ खास बातों के बारे में बता रहे हैं जिन बातों को जानने से जीवन के कई सारे गूढ रहस्यों के बारे में जाना जा सकता है।
आज हम इस लेख में पं. विष्णु शर्मा द्वारा रचित पंचतंत्र ग्रंथ के अनुसार, कुछ विशेष बातों को आपके साथ साझा कर रहें हैं। जब कोई बच्चा मां के गर्भ में होता है तभी भगवान द्वारा उसके जीवन में घटने वाली घटनाओं का निर्णय कर लेतें हैं। आज हम इस लेख में उन 5 बातें के बारे में बता रहें है।
- जब बच्चा मां के गर्भ में होता है तब ही बच्चे की आयु का निर्धारण हो जाता है। बच्चा कितनी उम्र तक जीवित रहेगा इसका निर्धारण हो जाता है।
- मां के गर्भ में होने पर बच्चे के कर्म का निर्धारण कर दिया जाता है। बच्चे के योग्य होने के बाद वह क्या-क्या काम करेगा किस क्षेत्र में अपना करियर बनाएगा इन सब बातों का निर्धारण होता है।
- मां के गर्भ में बच्चा कितनी धन संपत्ति का सुख भोगेगा इस बात का निर्धारण कर दिया जाता है। बच्चा स्वयं धन-संपत्ति अर्जित करेगा या उसे पैतृक संपत्ति मिलेगी। इस बात का निर्धारण पहले ही हो जाता है।
- गर्भ मे ही इस बात का निर्धारण होता है कि बच्चा का बौद्धिक स्तर क्या रहेगा। बच्चा किस क्षेत्र में पढ़ाई करेगा और कितनी पढ़ाई करेगा। इन सभी बातो को भगवान पहले ही तय कर लेते है।
- गर्भ में ही बच्चे की मृत्यु भी तय हो जाती है। बच्चे की मृत्यु कब होगी इस बात का निर्धारण तभी हो जाता है।