मिली जानकारी के अनुसार, शहीद सिमरदीप सिंह (27) पुत्र बलजीत सिंह निवासी दशमेश नगर जीटी रोड बटाला करीब डेढ़ साल पहले ही बीएसएफ में भर्ती हुए थे। उन्हें सेना में जाने का बचपन से ही शौक था। वहीं, बड़े होने पर उनके बचपन के ज्यादातर दोस्त बीएसएफ में ही भर्ती हुए थे। इसके चलते वे भी अपने जोश और देश के प्रति उत्साह को लेकर बीएसएफ में ही भर्ती हो गए और दुश्मनों से लड़ते हुए देश पर कुर्बान हो गए।
शहीद अपने पीछे माता पलविंदर कौर, पिता बलजीत सिंह और दो छोटे भाइयों को छोड़ गए हैं। बताया जा रहा है कि शादी से एक महीना पहले मिजोरम के ब्रह्मा बार्डर पर तैनात सिमरदीप सिंह को रविवार को गोली लगी थी। उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। सोमवार को बीएसएफ अधिकारियों ने उनके पिता बलजीत सिंह को फोन करके शहादत की खबर दी और उसके बाद घर में कोहराम मच गया।