मायावती के बयान के बाद बैकफुट पर आईं मेयर और उनके पति
मायावती के बयान के बाद ढीले पडे योगेश के तेवर
कहा, बहन जी ने जो कहा उसका सम्मान करता हूं
मेरठ : निगम सदन में वंदे मातरम गायन को लेकर हुए विवाद में मायावती के बयान आने के बाद पूर्व विधायक और बसपा नेता योगेश वर्मा के तेवर ढीले पड गए हैं। पूर्व विधायक और बसपा नेता योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा ने मेयर पद का चुनाव जीता था। चुनाव जीतने के बाद से ही पूर्व विधायक राष्ट्रगीत वंदे मातरम को लेकर मुखर थे। उन्होंने नवनिर्वाचित पार्षदों की एक आम सभा में बयान दिया था कि शपथ ग्रहण के दौरान किसी को वंदे मातरम नहीं गाने दिया जाएगा। अगर कोई ऐसा करता है तो उसे कार्यक्रम स्थल से बाहर कर दिया जाएगा। उनके इस बयान पर मीडिया में और शहर में काफी बवाल मचा था। खासकर सत्तारूढ भाजपा ने इसे अपनी पार्टी की अस्मिता से जोड लिया था। शपथ ग्रहण के दौरान भी समारोह स्थल पर राष्ट्रगान को लेकर काफी हंगामा हुआ था। पक्ष और विपक्ष दोनों ने जमकर नारेबाजी की थी। इसी नारेबाजी और हंगामे के बीच नवनिर्वाचित मेयर सुनीता वर्मा ने शपथ ग्रहण की थी। उस दौरान योगेश वर्मा भी मौजूद थे। हंगामा शांत करने के लिए कमिश्नर डा0 प्रभात कुमार को आगे आना पडा था।
मेरठ में शपथ ग्रहण समारोह स्थल में हंगामे के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बयान दिया जिसमें उन्होंने कहा कि बसपा और उसके कार्यकर्ता राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान दोनों का सम्मान करते हैं। बसपा कोई ऐसा काम नहीं करती जिससे देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचे। बसपा अध्यक्ष के इस बयान पर जब पूर्व विधायक योगेश वर्मा की प्रतिक्रिया जानी गई ते उन्होंने कहा कि इसमें कुछ नहीं कहना चाहते। बहन जी ने जो कहा है वह सही होगा। मैं इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहता। पार्टी के सिद्वांत और राष्ट्र दोनों का सम्मान करता हूं। नवनिर्वाचित मेयर सुनीता वर्मा ने पत्रिका को बताया कि शपथ ग्रहण के दौरान इतना हंगामा हो रहा था कि उन्हें यह पता ही नहीं चला कि वंदेमातरम गाया जा रहा है। शपथ ग्रहण समारोह स्थल पर कुछ लोग वंदे मातरम के नारे लगा रहे थे और हंगामा कर माहौल को खराब करना चाह रहे थे।