लखनऊ। भाजपा से निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह ने अभद्र टिप्पणी मामले में शनिवार को कहा कि वह चाहती हैं कि बसपा सुप्रीमो मायावती और नसीमुद्दीन के खिलाफ पोक्सो (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस) एक्ट के तहत मामला दर्ज हो। उन्होंने कहा कि कानून में प्रावधान है कि यदि कोई नाबालिग को बुरी नजर से घूरकर भी देख ले तो वह दुष्कर्म की श्रेणी में आता है। ऐसे में क्या बसपा नेताओं की करतूत इस श्रेणी में नहीं आता है? जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बसपा-भाजपा के बीच चल रहे वाक्युद्ध पर कहा- “दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह सब तहजीब के शहर में हो रहा है।
कानून सबके लिए बराबर है और वह अपना काम करेगा।” वहीं, अपने नेता के बिगड़े बोल से बैकफुट पर आई भाजपा भी पलटवार में बसपा को घेरने के लिए शनिवार को प्रदेश भर में सड़कों पर उतर आई। पार्टी ने “बेटी के सम्मान में, भाजपा मैदान में” नारे के साथ राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। स्वाती और उनकी सास पहले ही अपने परिवार के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के लिए मायावती, सिद्दीकी तथा प्रदेश बसपा अध्यक्ष राम अचल राजभर व सचिव मेवालाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा चुकी हैं।
अब मायावती करें कार्रवाई
भाजपा महासचिव विजय बहादुर पाठक ने कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती को वैसी ही कार्रवाई करनी चाहिए, जैसी कार्रवाई भाजपा ने दयाशंकर के खिलाफ की। उन्होंने कहा- “मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के लिए हमने दयाशंकर को बाहर कर दिया। अब उनकी बारी है कि वह नाबालिग लड़की के प्रति सम्मान का भाव दिखाएं।” उल्लेखनीय है कि मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं का बचाव करते हुए कहा था कि उन्होंने दयाशंकर को यह एहसास कराने के लिए वैसी बातें कहीं कि जब किसी की बहन-बेटी के बारे में कुछ कहा जाता है तो कैसा लगता है।
भाजपा राखी बंधवा ले तो मिल जाएगी माफी
दूसरी ओर, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा-बसपा के बीच चल रही तनातनी पर चुटकी भी ली है। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन नजदीक है। दोनों पार्टियों को मामला सुलझा लेना चाहिए। भाजपा के लोगों को मायावती से माफी मांगकर राखी बंधवा लेनी चाहिए। वे पहले भी ऐसा कर चुके हैं। मालूम हो कि कई साल पहले भाजपा नेता लालजी टंडन को मायावती ने राखी बांधी थी।