नई दिल्ली : एक मुस्लिम परिवार के 13 सदस्यों ने मंगलवार को हिंदू धर्म अपना लिया। प्राचीन शिव मंदिर में यज्ञ के बाद नामकरण किया गया। धर्म परिवर्तन के बाद हिंदू समाज के लोगों ने उन्हें इंसाफ की लड़ाई में पूर्ण सहयोग देने का भरोसा दिया। धर्म परिवर्तन करने से पहले “एएसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव” ने गांव में पहुंचकर परिवार के लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। उन्होंने कहा कि वे अपनी स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन कर रहे हैं। यूपी में बागपत जनपद के बदरखा गांव में बेटे की मौत के मामले में इंसाफ न मिलने से नाराज होकर मुस्लिम परिवार ने धर्म परिवर्तन किया है| यज्ञ में पहुंचकर मुस्लिम से हिंदू बने परिवार ने आहुति दी। यज्ञ पंडित राजीव ने कराया। मंदिर के पुजारी विनोद पंडित ने परिवार के सदस्यों को तिलक लगाया और हाथ में कलावा बांधा। इस दौरान मुस्लिम परिवार ने स्वेच्छा से अपना धर्म बदलने का ऐलान किया। मंदिर परिसर में जय श्रीराम, भारत माता की जय के नारे लगाए। परिवार के लोगों ने गायत्री मंत्र बोलकर यज्ञ में आहुति दी। इस दौरान परिवार के 13 सदस्यों का नामकरण कर उन्हें हिंदू नाम दिया गया।अख्तर अली से धर्म सिंह बने परिवार के मुखिया ने बताया कि निवाड़ा गांव में 22 जुलाई को उसके बेटे गुल हसन का शव उसकी ही दुकान में मिला। आरोप लगाया कि उसकी हत्या कर फांसी पर शव लटकाया। उसकी हत्या निवाड़ा गांव के एक सफेदपोश नेता ने कराई है। उन्होंने बागपत कोतवाली में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने उनकी तहरीर फाड़ दी और अपने तरीके से तहरीर लिखवा कर उसका अंगूठा लगवाया। पुलिस ने हत्या को आत्महत्या में दर्शा दिया। पुलिस ने आज तक भी कोई कार्रवाई नहीं की। बेटे को इंसाफ दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। मुस्लिम समाज के लोगों ने इस लड़ाई में उनका साथ नहीं दिया। इसलिए उन्होंने हिंदू धर्म अपनाने का निर्णय लिया। उन्होंने अपनी स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन किया। उन पर न तो किसी ने कोई दबाव बनाया है, और न ही किसी तरह का कोई प्रलोभन दिया है। अब वे हिंदुओं के सभी त्योहारों को मनाएंगे। घर में पूजा पाठ करेंगे। धर्म परिवर्तन करने के बाद सभी अपने घर चले गए। धर्म परिवर्तन करने से पूर्व एएसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने मुस्लिम परिवार से बातचीत की। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले में पुलिस जांच कर रही है, जो सही होगा कार्रवाई होगी। उन्होंने धर्म परिवर्तन करने पर परिवार को पुन: विचार करने को कहा, लेकिन परिवार के सदस्य नहीं माने। उन्होंने कहा कि जब धर्म बदलने का निर्णय ले लिया है। संचालन तेजेंद्र ने किया। इस मौके पर युवा हिंदू वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष शौकेंद्र खोखर, मनोज शर्मा, गाजियाबाद जिलाध्यक्ष नरेंद्र पांडेय, डीपी ओझा, प्रधान राज कुमार, देवेंद्र, शेखर, सूरज आदि रहे।